अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : ”यत्र नार्यस्तु पूज्यते-रमन्ते तत्र देवता” जिस घर में, समाज में नारी को पूरा मान-सम्मान मिलता है वह घर व समाज हमेशा तरक्की करता है, खुशहाल रहता है। यह विचार ब्रह्माकुमारी बहिन पूजा ने मानव सेवा समिति की महिला सैल द्वारा आयोजित ”आध्यात्मिक गोष्ठी व सांस्कृतिक कार्यक्रम” में व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि ईश्वरीय ब्रह्माकुमारी संस्था विश्व की एकमात्र ऐसी संस्था है जिसका संचालन पूरी तरह से महिलाओं की देखरेख में किया जाता है। महिलाएं स्वस्थ रहें, तनाव मुक्त रहें, हर क्षेत्र में अग्रणी रहें, ऐसी दीक्षा-शिक्षा इस संस्था में प्रदान की जाती हैं। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम में ब्लॉक शिक्षा अधिकारी अनीता शर्मा ने बतौर मुख्य अतिथि भाग लेकर अपने उद्बोषण में कहा कि आज के बदलते परिवेश में लड़कियों की पढ़ाई-लिखाई, बहुत जरूरी है। पुरुषों को यह सोच बदलनी चाहिए कि ”बेटी तो पराया धन है, स्यानी होने पर उसके पीले हाथ कर देंगे, उसे ज्यादा पढ़ाने की जरूरत नहीं है।” आज सबसे ज्यादा जरूरत लड़कियों को उच्च से उच्च शिक्षा दिलाने व उनको आत्मनिर्भर बनाने व उन्हें सब तरह के प्रशिक्षण देने की आवश्यकता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता महिला सैल की चेयरमैन ऊषा किरण शर्मा ने की। मंच संचालन सुधा गर्ग ने किया। कार्यक्रम के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम के रूप में नृत्य, भजन, गीत का प्रस्तुतिकरण हुआ। कार्यक्रम में राज राठी, सुदर्शन रत्नाकर, कमला वर्मा, बीना गुप्ता, अलका चौधरी, मंजू बजाज, मधु शर्मा, नीरज जग्गा, सरिता गुप्ता, इन्द्रा, हर्षिता, तनमई, ऊषा शर्मा, कुसुम वशिष्ट, संतोष बहल, अरुण सूद आदि उपस्थित रहीं।