मनोहर लाल पांचाल का कहना हैं कि वह अपने परिवार सहित ओल्ड फरीदाबाद के ठाकुर वाडा , चौपाल के समीप उनका मकान हैं वहीँ पर वह लोग रहतें हैं, उनका कहना हैं कि बीते 12 अप्रैल के दिन बुधवार को उनका बड़ा बेटा नीरज पांचाल नहरपार के वजीर पुर रोड के समीप अपने खेत पर से भैंस लेने हेतु गया हुआ था, वहां पर एक सेंटरों कार में पवन अपने 4 -5 साथियों के साथ उस वक़्त पहुँच गया, जिसके पास रॉड व लाठी डंडे थे, उन लोगों ने मेरे बेटे नीरज पर हमला कर दिया, जिसमें वह बाल -बाल बच गया, नीरज ने इस घटना की सूचना अपने घरवालों को बताई, उस समय मैं और मेरा छोटा बेटा सन्नी दोनों ही कंपनी में अपने -अपने डियूटी पर मौजूद थे, इस घटना की जानकारी घरवालों ने उन्हें फोन पर बताया। उनका कहना हैं कि इसके बाद उसके घर के लोग इकठ्ठे हो कर खेड़ी पुल पुलिस चौकी पहुंचें और इस घटना की जानकारी वहां की पुलिस को दी, परंतु वहां पर पुलिस वालों ने उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की, उनका कहना हैं कि जब वह लोग खेड़ी पुल पुलिस चौकी से लौट कर अपने घर की तरफ आ रहे थे, तो रास्तें में पवन व उसके परिवार के कई महिलाओं ने उन लोगों को रोक लिया और झगड़ा शुरू कर दिया, इसके बाद वह लोग अपने घर पहुंचें, तो वहां पर भी पवन व उसके घर की महिलाओं ने फिर से झगड़ा शुरू कर दिया, उनका कहना हैं कि उस दौरान उनके परिवार सदस्यों ने भी अपने वचाव में मुकाबला किया था, इसके बाद वह लोग बिल्कुल शांत हो गए , उनका कहना हैं कि 13 अप्रैल को उनके घर पर पुलिस आई और कहने लगी आप लोगों की थाने शिकायत में आई हुई हैं, आप लोग थाने आजाओं, फिर उनकी घर की महिलाएं ओल्ड फरीदाबाद थाने पहुँच गईं । वहां पर पवन ने उन लोगों को पुलिस के सामने ही जान से मारने की धमकी खुलेआम दे रहा था, पर उस वक़्त पुलिस वालों ने उसे ऐसा करने से बिल्कुल नहीं रोका, के बाद वहां पर पुलिस वालों ने उन लोगों को अपने बातों में उलझाएं रखा, पूछने पर पुलिस वालों ने बताया कि थोड़े देर में महिला पुलिस आने वाली हैं, आपकी शिकायत उन्हीं के पास हैं। जब वह वहां पर पहुंची, तो सरला और हेमलता को मेडीकल करवाने हेतु बी.के.अस्पताल लेकर चले गए थे। इसके बाद उन दोनों को अदालत में पेश कर दिया गया, जहाँ से उन्हें नीमका जेल भेज दिया गया। उस मुकदमें में उनका नाम और उनके छोटे बेटे सन्नी का नाम भी लिख वाया हुआ था, जबकि वह लोग उस दिन अपने -अपने डियूटी पर थे, इसके अलावा उसकी विधवा बहु के दो बच्चे हैं, जो पढ़तें हैं, जिनमें एक लड़का एक लड़की हैं, उनके भी नाम दर्ज एफआईआर में लिखवाया हुआ हैं, यानी की उनके पूरे परिवार के सदस्यों पर मुकदमा दर्ज करवा दिया, उन्हें ओल्ड फरीदाबाद थाना पुलिस से यह शिकायत हैं कि वह सच्चाई जानने की बिल्कुल कोशिश नहीं की, उन्हें अदालत में पेश कर दिया , इसमें कई बेकसूर लोग हैं। वहां से उनके परिवार के 4 -5 लोगों को जमानत मिल गईं । सवाल के जवाव में कहना हैं कि उनका बेटा नीरज एक केस में मुख्य गवाह हैं, जिसकी गवाही अदालत में होना हैं, इस वजह से पवन व उसके साथियों ने कल शाम 6 बजे के करीब नहरपार इलाके में पवन अपने तीन -चार साथियों के साथ मिलकर नीरज पर हमला बोल दिया, नीरज उस वक़्त अपने खेत से भैस लेने हेतु गया हुआ था, उनका कहना हैं कि उनके बेटे नीरज को गंभीर चोटें आई हैं, उसके सिर में 15 टाकेँ लगी हैं, उनका कहना हैं कि वह चाहतें हैं कि उनके परिवार के साथ इंसाफ हो, उन बदमाशों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए और सभी को जेल में डाल दिया जाए।