फरीदाबाद : बेटी तरक्की के किसी भी मामले में बेटे से कम नहीं होती है। अतः हम सभी को चाहिए कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जैसी राष्ट्रव्यापी पावन मुहिम में अपना भरपूर योगदान दें ताकि जिले के शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण क्षेत्र के भी प्रत्येक गांव में शिशु लिंगानुपात दर एक समान हो सके।
यह विचार उपायुक्त समीरपाल सरों ने आज यहां स्थानीय सैक्टर-12 स्थित हुडा कन्वेंशन सैन्टर के सभागार में जिला प्रशासन की ओर से उक्त योजना के क्रियान्वयन को बेहतर ढंग से पूरा करने के उद्देश्य से आयोजित किए गए समारोह को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित करते हुए प्रकट किए। समारोह की अध्यक्षता अतिरिक्त उपायुक्त जितेन्द्र दहिया ने की। इस अवसर पर जिला सिविल सर्जन डा. गुलशन अरोड़ा, समेकित महिला एवं बाल विकास परियोजना की कार्यक्रम अधिकारी कमलेश भाटिया तथा फरीदाबाद के खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी प्रदीप कुमार प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
उपायुक्त श्री सरों ने इस समारोह में जिला के कम लिंगानुपात दर से सम्बन्धित 21 गांवों से विशेष रूप से आमन्त्रित एएनएम, आशा वर्कर्स, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, स्वास्थ्यकर्मी व सरपंचों को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस राष्ट्रव्यापी मुहिम की शुरूआत हरियाणा प्रदेश के जिला पानीपत से 22 जनवरी-2015 को की थी। उनका विचार था कि जिस प्रकार पानीपत से तीन ऐतिहासिक लड़ाईयां लड़ी जा चुकी हैं। उसी प्रकार यहां से यह चैथी लड़ाई राष्ट्र की बेटियों को बचाने व पढ़ाने के लिए लड़ी जाए। उन्होंने कहा कि इसके उपरान्त हरियाणा के सभी जिलों सहित फरीदाबाद में भी बिगड़ते हुए लिंगानुपात में काफी सुधार आया है और यह बढ़कर लगभग 910 के आसपास पहुंच गया है। लेकिन फिर भी जिला के जिन उक्त गांवों में यह लिंगानुपात 900 तक है या इससे भी कम है तो उनमें विशेष जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है।
श्री सरों ने उक्त सभी सम्बन्धित प्रतिभागियों का आह्वान किया कि वे पूरी मेहनत, लगन व ईमानदारी के साथ अपने कर्तव्य का पालन करें ताकि इन गांवों में भी निकट भविष्य में ही लिंगानुपात की दर सुधर कर 950 तक पहुंच सके और यही उपलब्धी पूरे जिले में भी हासिल की जा सके। उन्होंने लोगों को सचेत करते हुए कहा कि वे स्वेच्छा से इस कार्य में सहयोग करें अन्यथा कन्या भू्रण हत्या जैसे जघन्य अपराध को रोकने के लिए मजबूर होकर पीएनडीटी व एमटीपी अधिनियम को सख्ती से अमल में लाकर दोषी पाए जाने वाले लोगों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करनी पड़ेगी।
अतिरिक्त उपायुक्त जितेन्द्र दहिया ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि यदि हम बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की मुहिम को एक प्रमुख अभियान के रूप में लेकर इसमें जन जागरूकता उत्पन्न करने में अपना योगदान दें तो लिंगानुपात के सुधार के लक्ष्य की पूर्ति आसानी से की जा सकती है। उन्होंने इस सम्बन्ध में उक्त सभी प्रतिभागियों से संकल्प करने का आह्वान किया।
समारोह को श्रीमती कमलेश भाटिया, डा. गुलशन अरोड़ा व प्रदीप कुमार के अलावा कवि एवं शिक्षाविद डा. मंजीत सिंह व देवेन्द्र कुमार, मिर्जापुर के सरपंच महीपाल आर्य, फरीदपुर की सरपंच सविता देवी तथा पीएम डीग की सरपंच सुशीला भाटी ने भी सम्बोधित करते हुए सभी प्रतिभागियों से इस अभियान में भरपूर सहयोग देने की अपील की। कार्यक्रम में जिला के अन्य सभी सम्बन्धित विभागों के अधिकारी तथा कई अन्य समाजसेवी भी उपस्थित थे।