संवाददाता ,चण्डीगढ़ : भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश सरकार जाट समुदाय को आरक्षण देने के पक्ष में है। भाजपा सरकार इस मामले में अपना रूख स्पष्ट कर चुकी है। दिल्ली और उत्तर प्रदेश में जाटों को आरक्षण देने वाली भाजपा सरकार ही थी। ऐसे में जाट आरक्षण को लेकर भाजपा सरकार की नीयत पर कोई सवाल नहीं उठाना चाहिए। यह कहना है शहरी स्थानीय निकाय, महिला एवं बाल विकास तथा सूचना, जन संपर्क एवं भाषा विभाग मंत्री कविता जैन का।
शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन आज सोनीपत में पत्रकारों से विशेष बातचीत कर रही थी। इस मौके पर भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी राजीव जैन, आजाद नेहरा, मनोज जैन, नवीन मंगला, निशांत छोक्कर, नवीन वलेचा, नीरज आत्रेय आदि मौजूद थे। पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए महिला एवं बाल विकास मंत्री ने कहा कि हरियाणा में जाटों को आरक्षण देने के लिए भाजपा सरकार विधानसभा में बिल पास करवा चुकी थी, किंतु हाईकोर्ट में मामला लंबित है। इसके अलावा आरक्षण आंदोलन के अंतर्गत जाट नेताओं द्वारा रखी गई अधिकांश मांगों को भाजपा सरकार ने स्वीकार कर लिया। इसमें निर्दोषों के मामले वापस लेने, पीडि़त परिवारों को नौकरी देने तथा मुआवजा संबंधी मांगें शामिल थी। ऐसे में अब धरने-प्रदर्शन का कोई औचित्य नहीं रह जाता।
मंत्री कविता जैन ने कहा कि हाईकोर्ट का स्टे हटने उपरांत संविधान की नौवीं अनुसूचि में शामिल कर आरक्षण दिया जायेगा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इनेलो और कांग्रेस आरक्षण मामले में दलगत व वोट की राजनीति कर रहे हैं, जो कि उचित नहीं है। समाज को बांटने का काम नहीं करना चाहिए। इस मामले को राजनीति से दूर रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि पहले हुए आरक्षण आंंदोलन की जांच में जो तथ्य सामने आये उसमें इनेलो-कांग्रेस का हाथ साफ दिखाई दिया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में भाजपा की लोकप्रियता दिनों दिन बढ़ती जा रही है, जिसने अन्य राजनीतिक दलों के वजूद को ही खत्म कर दिया है। उन्होंने कहा कि जब इनेलो-कांग्रेस सत्ता में थी तब जाट आरक्षण के लिए कुछ नहीं किया गया। लेकिन अब दोनों दल राजनीतिक रोटियां सेंक रहे हैं।
महिला एवं बाल विकास मंत्री कविता जैन ने कहा कि इनेलो व कांग्रेस के नेता जाट आरक्षण की आड़ में अपनी राजनीति चमकाने का प्रयास कर रहे है और अव्यवस्था फैलाने के लिए लोगों को बरगला रहे है। उन्होंने कहा कि आरक्षण जैसे गम्भीर मसले का राजनीतिक रंग देना किसी भी तरीके से समाज हित में नहीं है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के संवेदनशील मुद्दे पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में शांति व्यवस्था बनाए रखना सबकी सामुहिक जिम्मेदारी है।
आरक्षण आंदोलन में 1300 मामले तुरंत निपटाये:
शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन पत्रकारों द्वारा पूछे एक प्रश्र के जवाब में कहा कि आरक्षण आंदोलन के दौरान 2100 मामले दर्ज किये गये थे, जिनमें से 1300 मामले सरकार ने तुरंत प्रभाव से निपटा दिये। फिलहाल 79 व्यक्ति कारागार में हैं, जिनमें से 11 व्यक्तियों पर संगीन मामले दर्ज हैं। लगभग 22 लोगों ने तो जमानत याचिका तक दायर नहीं की है। इसके अलावा 21 लोगों पर सीबीआई ने मामला दर्ज किया है, जो राज्य सरकार के हस्तक्षेप से बाहर है। साथ ही उन्होंने कहा कि किसी भी निर्दोष व्यक्ति को परेशान नहीं किया जाएगा। बातचीत के लिए सरकार के दरवाजे खुले थे और खुले रहेंगे। इस दौरान उन्होंने लोगों से अपील की कि वे शांति बनाये रखें। कानून-व्यवस्था को हाथ में लेने का प्रयास न करें। उपद्रव किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बाहर से आया यशपाल मलिक हरियाणावासियों को भडक़ा रहा:
शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन ने एक सवाल का उत्तर देते हुए कहा कि यशपाल मलिक बाहरी व्यक्ति है जो हरियाणा के भोले-भाले लोगों को भडक़ा रहा है। हरियाणावासियों को यशपाल मलिक की राजनीति का हिस्सा नहीं बनना चाहिए। उसका हरियाणा से कोई संबंध नहीं है।
Related posts
0
0
votes
Article Rating
Subscribe
Login
0 Comments
Oldest
Newest
Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments