अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: सोशल मीडिया मॉनिटरिंग के दौरान यह देखा गया कि प्रतिभागियों द्वारा अश्लील संदेश और मॉर्फ्ड तस्वीरें शेयर करने के लिए’बोइस लॉकर रूम ‘ नाम के एक इंस्टाग्राम ग्रुप का इस्तेमाल किया जा रहा था । इस पर पीएस स्पेशल सेल में 4 मई, 2020 को आईटी एक्ट और आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई और सिपैड यूनिट द्वारा जांच शुरू कर दी गई है।
संबंधित मंच यानी इंस्टाग्राम को समूह में शामिल कथित खातों का ब्योरा उपलब्ध कराने को कहा गया है। इसका ब्यौरा इंतजार है। फिलहाल समूह के करीब 10 सदस्यों की पहचान कर ली गई है। जिन चिन्हित सदस्यों के मेजर हैं, उनकी जांच की जा रही है। किशोर न्याय अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार समूह के नाबालिग सदस्यों पर कार्रवाई की जा रही है। आक्रामक, अश्लील संचार में संलग्न करने के लिए इस्तेमाल उपकरणों की पहचान समूह के सदस्यों से जब्त कर लिया गया है । जांच के क्रम में एकत्र ित होने वाले भौतिक साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।