अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम: केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल अकादमी कादरपुर के 117 प्रशिक्षु राजपत्रित अधिकारी आज विधिवत रूप से बल का हिस्सा बन गए हैं। इन 117 प्रशिक्षु अधिकारियों में तीन महिला राजपत्रित अधिकारी भी शामिल हैं। गुरूग्राम जिला के कादरपुर स्थित बल की अकादमी में 52वें बैच के इन अधिकारियों की दीक्षांत परेड आयोजित की गई जिसकी सलामी केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने ली। उन्होंने इस मौके पर अपने संबोधन में कहा कि सीआरपीएफ़ का एक सराहनीय मानवीय चेहरा है तथा यह बल अपने नागरिकों के मानवाधिकारों का सम्मान करता है। राष्ट्र के विभिन्न हिस्सों में केरिपुब की तैनाती और भागीदारी इसका परिचायक है कि इसे जहां भी तैनात किया गया है, इसने सामान्य जनमानस का भरोसा और विश्वास जीता है।
नवनियुक्त अधिकारियों से उन्होंने कहा कि आपको प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘राष्ट्र-प्रथम’ के ध्येय वाक्य के साथ व्यावसायिक उत्कृष्टता, ईमानदारी और अखंडता के उच्चतम मानकों को बनाए रखना होगा। उन्होंने विश्वास जताया कि नवनियुक्त अधिकारी प्रधानमंत्री के इस भरोसे पर सदा खरा उतरेंगे। राय ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह कहते हैं कि केरिपुब आंतरिक सुरक्षा में अहम भूमिका निभाती है और मुझे विश्वास है कि आप गृह मंत्री के इस विश्वास का हमेशा ख्याल रखेंगे।
नित्यानंद राय ने कहा कि स्वयं को मातृभूमि की सेवा हेतु समपर्ण करने से परम कर्तव्य और कोई नहीं है और आपके द्वारा ली गई राष्ट्र सेवा की पवित्र शपथ ही वह सर्वोच्च कर्तव्य परायणता है जिसे कोई नागरिक अपने देश के लिए ले सकता है। उन्होंने कहा कि आज केरिपुब देश का सबसे बड़ा सशस्त्र पुलिस बल है और मुझे यह कहने में तनिक भी संकोच नही है कि केरिपुब देश का सबसे बहादुर बल भी है । आंतरिक सुरक्षा का जिम्मा इसी बल के कंधों पर है। आने वाले समय में आप सभी अधिकारियों को इन्हीं चुनौतियों का कुशलतापूर्वक सामना करना है। केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में चुनौतियां कई गुना होंगी, परिस्थितियां अलग और विपरीत होंगी, परंतु एक नेतृत्वकर्ता के रूप में आपको दी गई जिम्मेदारियों के कुशल संचालन हेतु अपनी पेशेवर क्षमता को बढ़ाना और अद्यतन करना होगा।राय ने कहा कि केरिपुब ने सन् 1939 में अस्तित्व में आने के बाद से व्यावसायिकता और वीरता की एक उच्च पंरपरा स्थापित की है। केरिपुब आज साहस, ईमानदारी, त्याग और समर्पण का प्रतीक है। इस बल द्वारा जम्मू कश्मीर में आंतकवाद-रोधी अभियानों का सफल संचालन तथा धारा 370 के विलोपन के उपरांत जम्मू कश्मीर में शांति व्यवस्था स्थापित करने में महती भूमिका का निर्वहन किया जा रहा है। देश की आंतरिक सुरक्षा में सीआरपीएफ़ के योगदान पर बोलते हुए केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री राय ने कहा कि भारत में आंतरिक सुरक्षा के लिए नक्सलवाद एक गंभीर समस्या है और वर्तमान में नक्सली समस्या से निपटने के लिए इस बल की एक तिहाई नफरी नक्सल-प्रभावित क्षेत्रों में तैनात है तथा नक्सलियों के विरूद्ध सफलतापूर्वक अभियान चलाते हुए राज्य के विकास में राज्य सरकार की मदद कर रही है। उन्होंने कहा कि संसद भवन पर आतंकी हमले को विफल करने में केरिपुब ने अग्रणी भूमिका अदा की। नित्यानंद राय ने कहा कि अपनी स्थापना से लेकर अभी तक विभिन्न परिचालनिक क्षेत्रों में वीरता के लिए बल की विशिष्ट उपलब्धियों हेतु 1841 पदक प्राप्त हुए हैं। केरिपुब ने इस वर्ष भी 04 कीर्ति पदक और 03 शौर्य पदक एवं 218 वीरता पदक के साथ पुलिस बलों में सर्वाधिक वीरता पदक प्राप्त किए जोकि बल की वीरता एवं बलिदान का प्रमाण है। देश की आंतरिक सुरक्षा के साथ-साथ इस बल ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर संयुक्त राष्ट्र शांति सेना के तौर पर कोसोवो और लाइबेरिया में शांति स्थापना में अपना योगदान दिया है।
प्रशिक्षण में ये रहे उत्कृष्ट –
इस अवसर पर केंद्रीय राज्य गृहमंत्री ने प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट रहे 20 प्रशिक्षु अधिकारियों को सम्मानित किया। ऑल राउंड बेस्ट प्रशिक्षु की ट्रॉफी विनीत कुमार सिंह, बैस्ट इन इंडोर सब्जेक्ट धर्मेन्द्र कुमार, बैस्ट इन आउटडोर सब्जेक्ट्स सुमित श्रीकांत साठे, बेस्ट इन आईटी गजुला जे साय, बेस्ट इन फिजिकल ट्रेनिंग विशाल कुमार सिंह, बेस्ट इन ड्रिल सूरज गोवर्धन रामटीके, बेस्ट इन पब्लिक स्पीकिंग सुश्री मेधा नैय्यर, बेस्ट एथलीट पारथ कुरारिया, डीजी बैनर फॉर बेस्ट स्क्वाड का खिताब स्क्वाड नंबर-9, डायरेक्टर बेटर फॉर परेड कमांडर मनु एचसी, बेस्ट इन टैक्टिक्स बोरहाडे अजीन कया मचिन्द्रा, बेस्ट इन फायरिंग धर्मेन्द्र कुमार, बेस्ट इन एंड्यूरेंस सुमित श्रीकांत साठे, बेस्ट इन एस्से राइटिंग धर्मेन्द्र कुमार(प्रथम), दक्षिणा मूर्थी ए(द्वितीय), हर्ष गौतम मास्के(तृतीय), बैस्ट स्क्वायड कमांडर एएसआई कुलदीप सिंह (स्क्वायड नंबर-9), बेस्ट इन्स्ट्रक्टर इन पीटी कांस्टेबल पी. सरकार, बेस्ट इन्स्ट्रक्टर डब्ल्यूटी एचसी रनवीर सिंह तथा बेस्ट इन्स्ट्रक्टर ड्रिल एचसी दिनेश रावत को मिली। समारोह में सीआरपीएफ़ के महानिदेशक कुलदीप सिंह ने स्वागत किया और बल की गतिविधियों के बारे में बताया। अकादमी के निदेशक एडीजी पी के सिंह ने मुख्य अतिथि तथा आए हुए अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर प्रशिक्षु अधिकारियों के परिजनों के अलावा कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। दीक्षांत परेड के बाद अधिकारियों के परिजनों ने उनके कंधो पर स्टार लगाकर गौरव का अनुभव किया जो अधिकारियों और उनके परिवार वालों के लिए बहुत भावुक क्षण थे।