अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़: हरियाणा खाद्य एवं औषध प्रशासन के राज्य औषध नियंत्रक नरेन्द्र आहूजा ने कहा कि लोगों को उत्तम कोटी के हैंड सेनेटाइजर की उपलब्धता एवं गुणवत्ता बनाए रखने के लिए प्रदेशभर में विभिन्न कम्पनियों के सेनेटाइजर के 158 नमूने एकत्र किए हैं। इन नमूनों को जांच के लिए चंडीगढ़ स्थित लैब में भेज दिया है। आहूजा ने कहा कि राज्य के अनेक स्थानों से नकली सेनेटाइजर बेचने की शिकायते मिल रही थी। इस पर हरियाणा के स्वास्थ्य एवं गृहमंत्री अनिल विज के निर्देश पर राज्य के सभी जिलो में छापेमारी की गई ताकि प्रदेश के लोगों को अच्छे एवं उत्कृष्ट श्रेणी के सेनेटाइजर की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके।
उन्होंने कहा कि कोराना के आरम्भिक काल में लोगों को सेनेटाइजर की उपबब्धता में दिक्कत आ रही थी, जिसको प्रशासनिक तत्परता से दूर किया गया। इसके बाद कुछ जमाखोर एवं लालची दुकानदारों ने सेनेटाइजर के दामों को बढ़ाकर बेचना शुरू कर दिया। इस पर केन्द्र सरकार ने सेनेटाइजर के दामों को फिक्स कर लोगों को राहत प्रदान की। इसके उपरान्त कुछ दुकानदारों ने घटिया सेनेटाजर बेचने आरम्भ कर दिए। इस पर रोकथाम के लिए औषध प्रशासन में सेनेटाइजर के 158 नमूने एकत्र किए हैं। इसमें जो सेनेटाइजर घटिया एवं मानकों के अनुरूप नही पाए जाएंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। आहूजा ने बताया कि इस अभियान के दौरान गुरूग्राम से सबसे अधिक सेनेटाइजर के 25 नमूने एकत्र किए गए तथा फरीदाबाद से 19, सिरसा से 17 तथा अम्बाला से 9 नमूने लिए गए है। उन्होंने बताया कि भिवानी से 7, चरखी दादरी से एक, हिसार से 7, झज्जर से 9, कैथल से 4, करनाल से एक, मेवात से 12, नारनौल से 5, पलवल से 4, पंचकूला से 8, पानीपत से 8, रेवाड़ी से 6, रोहतक से 10, सोनीपत से एक तथा यमुनानगर से 5 सैम्पल लिए गए।