अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
पलवल: जिलाधीश एवं उपायुक्त नरेश नरवाल ने पलवल खण्ड के गांव कारना को कंटेनमेंट जोन तथा साथ लगते सात गांव नामत: गैलपुर, लालवा, रजोलका, कैराका, बामनीका, ककराली व मेघपुर व नगर परिषद पलवल के वार्ड 27 को बफर जोन घोषित कर दिया है। एक दिन पहले गांव कारना में आए कोरोना संक्रमण के मामले को लेकर उपायुक्त ने यह आदेश जारी किए है।
उपायुक्त ने कोरोना वायरस से जिलावासियों के बचाव के लिए आदेश जारी करते हुए निर्देश दिए कि कारना गांव में आशा व एएनएम वर्कर की पांच टीम घर-घर जाकर लोगों की स्क्रीनिंग व थर्मल स्कैनिंग करेंगी तथा आंगनवाड़ी सुपरवाइजर व संबंधित एरिया की सीडीपीओ को सुपरविजन के लिए नियुक्त किया गया। विकास एवं पंचायत विभाग व स्थानीय निकाय की ओर से कंटेनमेंट व बफर जोन को सेनेटाइज करने व स्वच्छता से जुड़े आवश्यक कार्य किए जाएंगे। इस क्षेत्र में लोगों की आवाजाही प्रतिबंधित रहेगी तथा सोशल डिस्टेंस का पालन किया जाएगा। वहीं जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी को कंटेनमेंट जोन का ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है।
उन्होंने बताया कि सिविल सर्जन की ओर से मोबाइल यूनिट के माध्यम से गांव के बीमार व्यक्तियों की स्वास्थ्य जांच कराई जाएगी। वहीं कंटेनमेंट प्लान के अनुसार संबंधित विभाग अपने-अपने कार्यों का गंभीरता से निर्वहन करेंगे। उन्होंने कहा कि एसडीएम पलवल को इस क्षेत्र का ओवरआल मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है। इस क्षेत्र में सभी अधिकारी व कर्मचारी गंभीरता से ड्यूटी का निर्वहन करेंगे। अगर कोई भी कार्य में लापरवाही बरतता है या फिर जारी आदेशों का उल्लंघन करेगा तो उसके खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 की धारा 56 के तहत कार्रवाई की जाएगी। बता दे कि गांव कारना से पहले जिला के 16 गांव व हथीन नगर पालिका क्षेत्र का एक वार्ड कंटेनमेंट जोन तथा 37 गांव बफर जोन घोषित हो चुके हैं।