अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम: गैस कंपनी के नाम पर ठगी करने के मामले में थाना साइबर अपराध पूर्व ,गुरुग्राम की टीम ने दो आरोपितों को गिरफ्तार किया हैं। गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपितों के नाम आशीष व दिशांत हैं। इन पर पहले से 9 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। इन्हें तो एचसीजी कंपनी के मैनेजर की शिकायत पर दर्ज मुकदमे गिरफ्तार किया गया हैं। पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि गत 30 सितंबर -2023 को पुलिस थाना साइबर अपराध पूर्व, गुरुग्राम में एचसीजी कंपनी के मैनेजर ने एक लिखित शिकायत के माध्यम से बताया कि कोई अनजान शख्स उनके कर्मचारियों को फोन करके उनके ग्राहकों की निजी जानकारी प्राप्त करने के लिए धमकी भरे फोन कर रहे हैं तथा उनकी कंपनी के नाम पर उनके ग्राहकों से गैस खपत के नाम पर रुपए लेकर धोखाधड़ी कर रहे हैं।
इस शिकायत पर पुलिस थाना साइबर अपराध पूर्व, गुरुग्राम में संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। उनका कहना हैं कि एसीपी साइबर विपिन अहलावत के नेतृत्व में थाना साइबर अपराध पूर्व के प्रभारी व निरीक्षक जसवीर पूनिया व महिला निरीक्षक पूनम सिंह की संयुक्त टीम ने उपरोक्त वारदात को अंजाम देने वाले 2 आरोपितों को कल वीरवार को चकरपुर, गुरुग्राम से काबू करके मुकदमा में गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार आरोपितों के नाम आशीष निवासी गांव बलवा जिला बक्सर (बिहार) व दिशांत निवासी गांव शेरपुर हरि सिंह मार्केट (दिल्ली) हैं। उनका कहना हैं कि आरोपितों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि आरोपित आशीष उपरोक्त पहले हरियाणा सिटी स्ट्रीब्यूशन लि. में नौकरी करता था और उसने अपनी साथी दिशान्त (उपरोक्त आरोपित) के साथ मिलकर योजना बनाई कि ये गुगल-पे, फोन-पे, पे-टी.एम. पर हरियाणा सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन लि. के कस्टमर के सी.आर.एन. नम्बर सर्च करके कस्टमर की जानकारी प्राप्त करेंगे। इसके बाद सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन लि. के लैंडलाइन नंबर कस्टमर बनकर कॉल करेंगे और रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर, पता और बिल प्राप्त कर कस्टमर के बिल और मोबाईल नम्बर सम्बंधित जानकारी प्राप्त कर लेंगे। इसके बाद आरोपित आशीष उपरोक्त अपनी माता के बैंक खाता की यू.पी.आई. आई.डी. बनाकर लिंक ऐप के माध्यम से लिंक बनाता और एक टेक्स्ट मैसेज बनाकर कस्टमर के पास भेज देता। आरोपित दिशांत हरियाणा सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड के कस्टमर की जानकारी लेता और आशीष उनके पास पेमेंट लिंक तैयार करके भेजता। लिंक भेजने के बाद निशांत कस्टमर को उस लिंक पर पेमेंट करने के लिए कॉल करता व ठगी की वारदात को अंजाम देता। पुलिस पूछताछ में यह भी सामने आया कि उपरोक्त आरोपित उपरोक्त प्रकार से ठगी करने की अब तक 9 वारदातों को अंजाम दे चुके है।
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