अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम : अपराध शाखा ,सेक्टर -39 पुलिस ने आज व्यापारी सुधीर तनेजा हत्याकांड के मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किए हैं। पकडे गए तीनों आरोपियों को आज अदालत में पुलिस ने पेश किया गया जहां से सभी आरोपियों को अगले चार दिनों के पुलिस रिमांड पर लिया हैं। इस दौरान वारदात में इस्तेमाल की गई पिस्तौल, लूटी गई रकम,बैग में भरे हुए कागजात व स्कूटी आदि सामानों को बरामद की जाएगी। यह खुलासा पुलिस कमिश्नर मोहम्मद अकिल ने आज अपने कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में किए।पुलिस की माने तो मृतक सुधीर तनेजा से लूटी गई नगदी में से 10200 रुपए आरोपियों के कब्जा से बरामद किए गए है
पुलिस कमिश्नर मोहम्मद अकील ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि बीते 28 मई 2019 को सदर बाजार,गुरुग्राम स्थित बाबा गारमेंट्स के मालिक सुधीर तनेजा रात तक़रीबन साढ़े नौ बजे अपनी स्कूटी पर सवार होकर दिन भर की बिक्री का पैसा और बैंग में भरे हुए कागजात को लेकर अपने घर के लिए निकले ही थे कि पहले से घात लगाए बैठे 3 -4 लोगों ने उन्हें गोली मार दी और उनकी स्कूटी, नगदी व बैग में भरे हुए कागजात आदि कीमती सामानों को लूट कर फरार हो गए। उनका कहना हैं कि घायल अवस्था में बाबा गारमेंट्स के मालिक सुधीर तनेजा को मेदांता हॉस्पिटल में ईलाज हेतु भर्ती कराया गया था जहां पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस घटना की सूचना मिलते ही तुरंत शहर थाना ,गुरुग्राम के तत्कालीन एसएचओ अपने टीम के साथ मेदांता हॉस्पिटल में पहुंच गए वहां पर मृतक व्यापारी सुधीर तनेजा का बड़ा भाई राजेंद्र तनेजा मौजूद थे। उनका कहना हैं कि राजेंद्र तनेजा की शिकायत पर अज्ञात लूटेरों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत शहर थाना,गुरुग्राम में केस दर्ज की गई थी। इस केस में एसआईटी गठित की गई थी जिसमें अपराध शाखा ,सेक्टर -39 के इंचार्ज वरुण दहिया को शामिल किया गया था।
जिन्होनें इस केस की गंभीरता से जांच करते हुए तीन लोगों की पहचान की. जिनके नाम सूरज कटारिया उर्फ़ छोटू निवासी गाँव बसई नजदीक आर्य समाज मन्दिर, थाना सैक्टर-9ए, गुरुग्राम, मनोज कुमार उर्फ़ मोनू निवासी मकान नं. 210/116 कुम्हार मोहल्ला, नजदीक माता मन्दिर, गुरुग्राम गाँव जिला गुरुग्राम व सूरज निवासी जागेश्वर मोहल्ला जिला हाथरस उत्तर-प्रदेश हाल मकान नं. 495/27 गली नं. 7 मदनपुरी, गुरुग्राम हैं और तीनों आरोपियों को गुरुग्राम में अलग -अलग स्थानों से गिरफ्तार किया गया हैं। उनका कहना हैं कि आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बतलाया कि मुख्य आरोपी सूरज कटारिया के खिलाफ लूट, चोरी, हथियार के बल पर लूट, डैकती व छीना-झपटी के करीब आधा दर्जन मामले पहले से ही अलग -अलग थानों में दर्ज है और वह एक अपराधिक मामले में ये जेल में बंद था और जब यह जनवरी-2019 को जेल से बाहर आया तो अपने पुराने दोस्त मनोज उर्फ मोनू से मिलने के लिए उसके घर पर गया और उससे कहा कि कोई पैसे वाला काम बता जिस पर मनोज उर्फ मोनू ने सूरज कटारिया को बतलाया कि सदर बाजार में बाबा गारमेन्ट्स का मालिक सुधीर तनेजा द्वारा रोजाना बङी धनराशि का लेनदेने करता व वह मार्केट में कमेटी डालने का काम भी करता है अगर उसको लूटा जाए तो दोनों के पास पैसा आ सकता है, लेकिन इस काम के लिए हमें बहार से लङके लाने होगें। उनका कहना हैं कि इन्होंनें अपने एक और अन्य साथी सूरज को मृतक सुधीर तनेजा की दुकान पर ले गया और दुकान व मृतक सुधीर तनेजा तथा उसकी स्कूटी की पहचान करवा दी।
उनका कहना हैं कि इसके बाद लूट की वारदात को अन्जाम देने के लिए आरोपी सूरज कटारिया ने बाहर से 2 अन्य साथियों को मृतक सुधीर तनेजा, उसकी दुकान, उसकी स्कूटी, उसका दुकान पर आने-जाने का समय और घर आने-जाने के लिए उसके द्वारा प्रयोग किए जाने वाले रास्ते का समय व वारदात को अन्जाम देने का उचित समय इत्यादि के बारे में रैकी करने में लगा दिया। उनका कहना हैं कि आरोपी सूरज कटारिया द्वारा रैकी पर लगाए गए.दोनों साथी आरोपियों द्वारा वारदात को अन्जाम देने से करीब एक महिना पहले से रैकी कर रहे थे.आरोपी सूरज कटारिया ने वारादत को अन्जाम देने के रैकी करने वाले साथी आरोपी इसलिए बाहर से बुलाए थे कि सदर बाजार मार्केट में उसे लोग जानते है। 28.मई की रात को भी आरोपी सूरज कटारिया व उसके द्वारा बाहर से बुलाए गए अन्य साथियों द्वारा रैकी की गई थी। जिसके आधार पर आरोपी सूरज कटारिया ने मृतक सुधीर तनेजा जब रात को समय करीब 9.30 बजे दुकान बन्द करके घर जा रहा था तो सूरज कटारिया ने अपने अन्य 02 साथियों सहित सुधीर तनेजा को हथियार के बल पर डराकर उससे उसकी स्कूटी व स्कूटी में रखे बैग को उन्हें देने को कहा, मृतक सुधीर तनेजा द्वारा विरोध करने पर उन्होनें उसे गोली मार दी और स्कूटी व स्कूटी की डिग्गी में रखे बैग को लेकर वहां से फरार हो गए थे।