अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच,एआरएससी की टीम ने आज थाना कल्याणपुरी, दिल्ली के क्षेत्र में ओवरब्रिज,एनएच 24,खिचड़ी पुर के पास पीछे से लुटेरों ने शिकायतकर्ता का गला दबा कर, उसके सिर को सीमेंट के खंभे जोर -जोर से मार- मार कर लहूलुहान कर दिया,और वह ज्यादा चोट लगने के बाद बेहोश होकर नीचे जमीन पर गिर गया और उसके दोनों मोबाइल फोन लूट कर लुटेरे फरार हो गए, के मामले में एक नाबालिग सहित तीन लुटेरों को अरेस्ट किए हैं। पुलिस ने अरेस्ट लुटेरों के कब्जे से लूटे गए दोनों मोबाइल फोन्स को बरामद कर लिया हैं। अरेस्ट किए गए लुटेरों के नाम तिलक निवासी खोड़ा कॉलोनी, गाजियाबाद, यूपी, उम्र – 19 साल हैं,ये अपने परिवार के साथ गाजियाबाद की खोड़ा कॉलोनी में रहता है, और विकास उर्फ़ दुबे निवासी खोड़ा कॉलोनी, गाजियाबाद, उ.प्र., उम्र -19 वर्ष,। ये भी बचपन से गाजियाबाद की खोड़ा कॉलोनी में रह रहा है फिलहाल यह पैसे कमाने के लिए ई-रिक्शा चला रहा है।
डीसीपी ,विशेष क्राइम रविंद्र सिंह यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि गत 24 फ़रवरी 2023 को जब शिकायतकर्ता अमित कुमार पटेल अपने आवास पूर्वी विनोद नगर, दिल्ली जा रहे थे तभी थाना कल्याणपुरी, दिल्ली के क्षेत्र में ओवर ब्रिज, एनएच 24, खिचड़ीपुर के पास पीछे से कुछ लुटेरों ने उनका गला दबा कर पास मे सीमेंट के खम्बे में शिकायतकर्ता का सिर जोर से दे मारा और दो मोबाइल फोन लूटकर मौके से भाग गए। मारपीट के कारण शिकायतकर्ता बेहोश हो गया। उसकी शिकायत पर, FIR No 82/23 आईपीसी की धारा 394/34 के तहत थाना कल्याणपुरी में लूट का एक मामला दर्ज किया गया। यादव का कहना हैं कि मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए एआरएससी, अपराध शाखा की एक टीम को यमुना के आसपास क्षेत्र में डकैती के मामलों में शामिल गिरोह को पकड़ने का काम सौंपा गया। टीम ने इसी तरह के काम करने वाले अपराधियों के बारे में जानकारी हासिल की । अपराधिक खुफिया तंत्र/मुखबिरों को भी सक्रिय किया गया। तकनीकी और मैनुअल सूचना के जरिए सुराग विकसित किए गए और संदिग्धों पर निगरानी भी रखी गई। उनका कहना हैं कि सहायक उप निरीक्षक श्याम सिंह को मिली जानकारी के आधार पर निरीक्षक के.के. शर्मा की अगुवाई में व सहायक आयुक्त अरविंद कुमार की निगरानी में उपायुक्त अमित गोयल और संयुक्त आयुक्त एस.डी. मिश्रा द्वारा एक टीम का गठन किया गया। जिसमे उप निरीक्षक राहुल गर्ग, सहायक उप निरीक्षक श्याम सिंह, सहायक उप निरीक्षक अशोक, हवलदार सुनीत, हवलदार परविंदर, हवलदार भोपंदर, हवलदार नितिन राठी और हवलदार ललित शामिल थे। सूचना के आधार पर गाजीपुर और खोड़ा, गाजियाबाद क्षेत्रों में छापे मारे गए और एक किशोर को पकड़ने के साथ साथ तिलक और विकास उर्फ़ दुबे नाम के दो आरोपी व्यक्तियों को अरेस्ट किया गया। इन सभी ने लूट के इस मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। इनके पास से लूटा गया मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया गया है। उनका कहना हैं कि पूछताछ के दौरान आरोपी तिलक ने खुलासा किया कि वह गाजियाबाद की खोरा कॉलोनी में अपने परिवार के साथ रहता था, जहां उसकी मुलाकात विकास उर्फ दुबे, प्रिंस और अंकित से हुई, जो पहले से ही नशे के आदी थे । नशे की जरूरत पूरी करने के लिए उसने अपने उपरोक्त साथियों के साथ लूट व छिना झपटी की वारदातों को अंजाम देना शुरू कर दिया। दिनांक 24 फ़रवरी 2023 को वह उपरोक्त साथियों के साथ गांजा खरीदने के लिए खोरा कॉलोनी गाजियाबाद से मंडावली, पूर्वी दिल्ली जा रहा था। जब वे खिचड़ीपुर के पास गुरुद्वारे के पास पहुँचे, तो उन्होंने एक आदमी को जाते हुए देखा और उन्होंने तुरंत उसे लूटने की योजना बनाई। इस घटना को अंजाम देने में प्रिंस ने पीड़ित की गर्दन पीछे से दबा दी और तिलक ने पीड़ित की पैंट से मोबाइल फोन निकाल लिया | इसी बीच प्रिंस ने पीड़ित को सीमेंट के खंभे की ओर धकेल कर उसका सिर खंभे पर दे मारा और इसके बाद सभी मौके से भाग गए। पूछताछ के दौरान आरोपी विकास उर्फ दुबे ने खुलासा किया कि वह बचपन से खोरा कॉलोनी, गाजियाबाद में रह रहा है और अनपढ़ है। वह बुरी संगत में पड़ गया और नशा करने लगा और उसी की पूर्ति के लिए उसने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर लूटपाट और छीना झपटी करना शुरू कर दिया। कुछ साल पहले उसकी मुलाकात तिलक, प्रिंस और अंकित से हुई जो नशे के भी आदी थे। उसने ई-रिक्शा चलाना शुरू किया और उसके बाद ई-रिक्शा पर अपराध करने लगा। दिनांक 24/02/2023 को वह भी उपरोक्त घटना में शामिल था |
सुलझाया गया मामला• एफआईआर नंबर – 82/23, भारतीय दंड संहिता की धारा 392/34, थाना कल्याण पुरी, दिल्ली।
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