अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चण्डीगढ़: हरियाणा पुलिस अकादमी मधुबन में 302 सिपाही बेसिक ट्रेनिंग पूरा करने के बाद जनसेवा को समर्पित हुए। इस अवसर पर दीक्षांत परेड का आयोजन हुआ। हरियाणा पुलिस अकादमी के निदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक योगिन्द्र सिंह नेहरा ने मुख्य अतिथि के रूप में दीक्षांत परेड की सलामी ली। दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि ने जवानों में जोश भरते हुए कहा कि उन्हें गर्व है कि आपने पुलिस जैसे चुनौतीपूर्ण विभाग को चुना है। दीक्षांत परेड समारोह किसी भी वर्दीधारी के लिए गौरव का क्षण होता है। पुलिस का कत्र्तव्य है कि वे शपथ में वर्णित शब्द संविधान के अनुसार समाज में एकता, अखण्डता और सम्प्रभुत्ता को कायम रखें। प्रत्येक नागरिक की जान व माल की सुरक्षा करना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है, जिसे निभाने में पुलिस का बहुत महत्वपूर्ण योगदान होता है। पुलिस की नौकरी केवल रोजगार पाने का उद्देश्य समझकर नहीं की जाती बल्कि इसमें समाज सेवा का जज्बा भी होता है। समाज को पुलिस से हमेशा एक पायदान ऊपर सहयोग व सेवा की अपेक्षा रहती है। जिसके लिए हमें अपेक्षित मापदंडों पर खरा उतरना चाहिए। उन्होंने कहा की अकादमी आपका मंदिर है इसे हमेशा याद रखें और आप हमेशा ईमानदारी व लगन से समाज के लिए बेहतर काम करें तथा विपरित परिस्थितियों में भी अपनी पुलिस पेशेवर क्षमता के साथ समाज की अपेक्षाओं पर खरा उतरे। जब तक आप अच्छे नागरिक नहीं बनेगें तब तक आप अच्छे पुलिसकर्मी नहीं बन सकते।
उन्होंने कहा कि पुलिस महानिदेशक हरियाणा मनोज यादव द्वारा भी कोविड-19 के दौरान पासआऊट हो रहे रैक्रूट बैच संख्या 87 के जवानों द्वारा अच्छी ड्यूटी करने के लिए बधाई दी गई। उन्होंने सभी जवानों को कोविड-19 वैश्विक महामारी से स्वयं, अपने परिवार तथा समाज को बचाने का हर संभव प्रयास करने को कहा। उन्होंने जवानों को दीक्षांत समारोह में ली गई शपथ के एक-एक शब्द को अपने पेशेवर जीवन में अमल लाने का आह्वान किया। उन्होंने दीक्षांत समारोह में शामिल सभी जवानों व उनके परिवारजनों को बधाई दी। मुख्यातिथि ने प्रशिक्षण में श्रेष्ठ रहे सिपाही अनिल कुमार, रवीना तथा सोनू कुमार को प्रथमश्रेणी प्रशंसापत्र व नगद पुरूस्कार प्रदान किये। अकादमी के पुलिस अधीक्षक कृष्ण मुरारी ने मुख्य अतिथि, अन्य गणमान्य अतिथिगण का स्वागत किया। उन्होंने दीक्षांत परेड में शामिल 302 जवानों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि ये शिक्षित युवा देश और प्रदेश की सेवा में हमेशा आधुनिक और पेशेवर दक्षता के साथ हरियाणा पुलिस के गौरव को बढ़ाएगें ऐसा हमारा विश्वास है। उन्होंने बताया कि इन जवानों में 267 ग्रामीण तथा 35 शहरी क्षेत्र से हैं। उन्होंने मुख्यातिथि को स्मृतिचिन्ह भेंट किया। अकादमी के पुलिस उप अधीक्षक सुन्दर सिंह ने मुख्यअतिथि सहित सभी का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर हरियाणा सशस्त्र पुलिस की द्वितीय वाहिनी के आदेशक अशोक भारद्वाज, पुलिस उप अधीक्षक अजमेर सिंह, पुलिस उप अधीक्षक जगदीश, पुलिस उप अधीक्षक रमेश, पुलिस उप अधीक्षक अशोक, पुलिस उप अधीक्षक नरेश अहलावत तथा अकादमी स्टाफ भी उपस्थित रहा।