अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
पलवल:मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सार्थक पहल पर पलवल जिला में रह रहे 37 प्रवासी श्रमिकों को शुक्रवार को रोहतक रेलवे स्टेशन से उनके गृह जिला में भेजने की व्यवस्था जिला प्रशासन की ओर से की गई। पलवल के महाराणा प्रताप भवन से रोडवेज की 2 बसों के माध्यम से उक्त प्रवासी श्रमिकों को रोहतक रेलवे स्टेशन पहुंचाया गया जहां से वे अपने गंतव्य सहरसा (बिहार)की ओर ट्रेन से रवाना होंगे। पलवल से रवाना होने से पहले अनेक प्रवासी श्रमिकों ने हरियाणा सरकार, जिला प्रशासन व पलवल जिला की स्वयंसेवी संस्थाओं का आभार जताया। कोविड-19 वैश्विक महामारी से बचाव के लिए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन में यहां मिली सुविधाओं का अच्छा अनुभव वे कभी नहीं भूल पाएंगे।
उपायुक्त नरेश नरवाल ने बताया कि विशेष रूप से पहले कृषि क्षेत्र से जुड़े प्रवासी श्रमिकों को हरियाणा सरकार की ओर से उनके घर भेजने की व्यवस्था की गई है, ऐसे में पलवल जिला में प्रारंभिक चरण में शुक्रवार को 37 प्रवासी श्रमिकों को पूरे स्वास्थ्य जांच उपरांत बसों में बिस्किट व पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए रोहतक के लिए रवाना किया गया। सुरक्षा की दृष्टिï से श्रमिकों के साथ पुलिस टीम भी रेलवे स्टेशन रोहतक तक भेजी गई। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के तहत चल रहे लॉकडाउन में प्रवासी श्रमिकों को उनके घर पहुंचाने का कार्य मुख्यमंत्री की सकारात्मक सोच का परिणाम है। उन्होंने बताया कि पलवल जिला में प्रवासी श्रमिकों को भेजने के लिए नोडल अधिकारी के रूप में एडीसी वत्सल वशिष्ठ को लगाया गया है। साथ ही जिला के सभी एसडीएम अपने उपमंडल से संबंधित संपूर्ण जानकारी रिकार्ड सहित नोडल अधिकारी को देंगे, ताकि निरंतर प्रवासी श्रमिकों को उन के गृह जिलों तक पहुंचाया जा सके। उपायुक्त ने कहा कि गृह राज्य में जाने के इच्छुक प्रवासी श्रमिक, नागरिक व छात्र आदि सरकार द्वारा जारी किए गए केंद्रीकृत लिंक https://edisha.gov.in/eForms/MigrantService पर अपना पंजीकरण करवाएं ताकि पूरी व्यवस्था व स्वास्थ्य सुरक्षा के तहत उन्हें भेजा जा सके। उन्होंने कहा कि प्रवासी श्रमिक टोल फ्री नंबर 1950 से भी जानकारी ले सकते हैं।
सोशल डिस्टेंसिंग का रखा गया ध्यान : एडीसी
एडीसी वत्सल वशिष्ठ ने बताया कि सोशल डिस्टेंस को ध्यान में रखकर श्रमिकों को बसों में बैठाकर रोहतक रेलवे स्टेशन के लिए भेजा गया है। उन्होंने बताया कि सरकार व प्रशासन में सभी श्रमिकों के लिए हर सुविधाएं मुहैया कराई हैं उन्हें बिना किसी खर्चे के उनके अपनों के बीच भेजा जा रहा है। इतना ही नहीं उनके खाने पीने की व्यवस्था भी प्रशासन सरकार की तरफ से उनकी यात्रा शुरू होने से समाप्ति तक की जा रही है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री स्वयं प्रवासी श्रमिकों को भेजने की पूरी प्रक्रिया की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पलवल जिला के प्रवासी श्रमिकों को भेजने से पूर्व शैल्टर हॉम में बुलाकर उनके स्वास्थ्य की जांच करने सहित अन्य आवश्यक रिकॉर्ड बनाया जाता है और उसके बाद ही उन्हें उनके गृह जिलों में भेजने की प्रक्रिया अमल में लाई जा रही है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार की ओर से उन्हें प्रदत्त की गई सेवाओं का वे अच्छा अनुभव लेकर अपने घरों को लौट रहे हैं।