अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम: फर्जी तरीके से बैंक खाता खोलकर, मृत्यु प्रमाण-पत्र इत्यादि दस्तावेज तैयार करके धोखाधङी से बीमा पोलिसी का क्लेम करके रुपए ठगने की वारदात को अंजाम देने के मामले में चार आरोपितों को अपराध शाखा, पालम विहार, गुरुग्राम की टीम ने अरेस्ट किया । पुलिस की माने तो इस षड्यंत्र के मास्टर माइन्ड पहले बीमा कम्पनी के क्लेम डिमार्टमेन्ट में ही करते थे नौकरी, जिन्होनें अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर फर्जी तरीके से एक शख्स की पोलिसी का फर्जी तरीके से क्लेम करने की वारदात को दिया था अंजाम। आरोपितों को पुलिस रिमांड पर लेकर इनके अन्य साथी आरोपितों के बारे में पूछताछ करते हुए बरामदगी की जाएगी ।
पुलिस के मुताबिक बीते 21 जून -2021 को थाना डीएलएफ, सैक्टर-29, गुरुग्राम में दीपिका भल्ला पत्नी प्रशांत भल्ला निवासी मकान नंबर E-8 /1 साउथ सिटी -1 गुरुग्राम ने एक लिखित शिकायत में कहा कि उनके पति प्रशान्त भल्ला को फर्जी तरीके से मृत दिखाकर व फर्जी तरीके से उनका मृत्यु प्रमाण-पत्र व नोमिनी का फर्जी खाता खुलवाकर उनके पति द्वारा ली गई पी.एन.बी. मेट लाईफ इन्शोरेन्स की पोलिसी के क्लेम के लिए फर्जी तरीके से आवेदन करने के सम्बन्ध में दी गई। पुलिस का कहना हैं कि इस शिकायत पर थाना डीएलएफ. सैक्टर-29, गुरुग्राम में भारतीय दंड सहिंता की धारा 419, 420, 424, 463, 465, 467, 468, 471 IPC & IT. Act के तहत केस दर्ज किया गया था। इस केस में निरीक्षक जोगिन्द्र,प्रभारी, अपराध शाखा, पालम विहार, गुरुग्राम की टीम ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए पुलिस ने तकनीकी, अपने गुप्त सुत्रों की सहायता से व अपनी समझबुझ से उपरोक्त केस में शिकायतकर्ता के पति प्रशांत भल्ला की बीमा पोलिसी का फर्जी तरीके से क्लेम लेने की योजना रचने वाले मुख्य आरोपितों सहित चार आरोपितों को कल बुधवार को पालम विहार, गुरुग्राम से अरेस्ट कर लिया। अरेस्ट किए गए आरोपितों के नाम नीतीश कुमार, निवासी मकान नंबर- 10 गोपाल जी कॉलोनी, गांव समालखा, नई दिल्ली, रजनीकांत कुमार,निवासी मकान नंबर- 45 नानू विहार कालवाड रोड, जयपुर, दुर्गेश दुबे, निवासी मकान नंबर 42 द्वारका बड़खल रोड बिजवासन, नई दिल्ली व नवल किशोर, निवासी गाँव अहरोली हनुमांसी थाना कुशीनगर जिला गोरखपुर, उत्तर प्रदेश हैं। पुलिस का कहना हैं कि आरोपितों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि उक्त आरोपित रजनी कांत व दुर्गेश दुबे पहले बीमा कम्पनी के क्लेम डिपार्टमेंन्ट में काम करते थे और इन्हे क्लेम के प्रोसेस में क्या दस्तावेज चाहिए और क्लेम करने की पूर्ण जानकारी थी। इन्होनें उपरोक्त केस में शिकायतकर्ता के पति प्रशांत भल्ला की बीमा पॉलीसी की डिटेल भी इसी दौरान प्राप्त की था। इन दोनों ने अपने उक्त साथी नितीश कुमार के साथ मिलकर बीमा पॉलीसी के क्लेम में जरुरी सभी दस्तावेज फर्जी तरीके से तैयार किए व अपने उक्त साथी आरोपित नवल किशोर, जो एच.डी.एफ.सी. बैंक में खाता खोलने का काम करता है को फर्जी बैंक खाता खोलने के लिए तैयार किया। इन चारों ने अपने अन्य दो साथियों के साथ मिलकर उपरोक्त केस में शिकायतकर्ता के पति प्रशांत भल्ला की पॉलीसी के क्लेम के लिए बीमा कम्पनी को आवेदन कर दिया, किन्तु बीमा कम्पनी के सर्वेयर द्वारा जब सर्वे की गई तो पोलीसी धारक जिन्दा पाया गया। जांच जारी है।
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