अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : क्राइम ब्रांच ,सेक्टर -48 ने आज 5 रुपए के सिक्के बनाने और सप्लाई करने वाले एक फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया हैं। इस जुर्म में पुलिस ने एक महिला सहित 4 लोगों को गिरफ्तार किए हैं, इनके कब्जे से अभी 5 लाख के सिक्के बरामद किए गए हैं। इसके अलावा सिक्के बनाने वाली मशीनें और डाई भी बरामद किए गए हैं। यह खुलासा आज पुलिस कमिश्नर संजय कुमार ने अपने कार्यालय के कांफ्रेंस हॉल में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में किए ।
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पुलिस कमिश्नर संजय कुमार ने आज पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि क्राइम ब्रांच ,सेक्टर -48 की टीम ने 5 रुपए के सिक्के बनाने और देश के विभिन्न शहरों में सप्लाई करने के जुर्म में चार लोगों को गिरफ्तार किए हैं, पकड़े गए सभी आरोपियों के नाम दीपाली निवासी 32 /ए फ्लैट मधुबन ,मादीपुर, दिल्ली, राकेश भाटी निवासी जगदम्बा नगर ,हीरापुर,जयपुर, सुभाष उर्फ़ राहुल निवासी प्लांट न. 28 ,आनंदपुर ,कराला ,दिल्ली व नासिर अली निवासी रेवड़ी खुर्द , थाना मिल्क ,जिला रामपुर हैं। उनका कहना हैं कि पहले राउंड में उपरोक्त आरोपियों के पास से पुलिस ने ढाई लाख के सिक्के बरामद किए थे और दूसरे राउंड में ढाई लाख रुपए के सिक्के और मिले हैं। इस तरह से इनके कब्जे से अब तक कुल 5 लाख के सिक्के मिले हैं। उनका कहना हैं कि सिक्के बनाने फैक्ट्री गणपति धाम ,बहादुरगढ़ में हैं वहां पर उनकी टीम गई हुई हैं और वहां से सिक्के बनाने वाली मशीनों को भी अपने कब्जे में ले लिया हैं और वह लोग अभी रास्ते में हैं ,जल्द बरामद की गई मशीनों को फरीदाबाद लेकर आ जाएगी।
उनका कहना हैं कि आरोपीगणों को उस वक़्त सूरजकुंड इलाके से गिरफ्तार किया गया था जब वह लोग इंनोवा गाडी में एक बोरी में बंद करके फरीदाबाद में किसी शख्स को सप्लाई देने के लिए आए थे। पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वह इस सिक्के को टोल बूथ वालों को और जहां जरुरत होती हैं खुल्ले पैसों की, वहां पर सप्लाई दे देते हैं। उनका कहना हैं कि एक 5 रुपए के सिक्के बनाने में इन लोगों को मात्र 25 पैसे का खर्च आता हैं ऐसे में आप सोच सकते हैं कि इसमें इन लोगों को फायदा कितना होता होगा। यह लोग पिछले 2 सालों से इस कार्य में सक्रीय थे। सवाल के जवाब में उनका कहना हैं कि आरोपी दीपाली लोगों को धोखा देने की नियत से आपाहिज बच्चों की देखभाल के लिए एनजीओ चलाती हैं और दूसरा आरोपी नासिर भी पर्यावरण फाउंडेशन के नाम से उत्तरप्रदेश में एनजीओ चलाता हैं। बताया गया हैं कि अब तक यह लोग बाजार में तक़रीबन 8 करोड़ के नकली सिक्के को बाजार में चला चुका हैं।