अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : देश में नवाचार और प्रौद्योगिक उपलब्धियों को मान्यता देने के लिए मनाये जाने वाले राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के उपलक्ष्य में वाईएमसीए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, फरीदाबाद द्वारा ‘प्रौद्योगिकी – विचारों को क्रियान्वित करने की दिशा में एक कदम’ विषय पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अपने संदेश में कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने सभी विद्यार्थियों, संकाय सदस्यों, तकनीकीविदों तथा शोधकर्ताओं को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि यह दिन देश की प्रौद्योगिक उत्कृष्टता का प्रतीक है जो रोजमर्रा के जीवन में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के बढ़ते महत्व को बताता है। यह राष्ट्र के वैज्ञानिकों एवं तकनीकीविद्ों के मेहनत का ही परिणाम है, जिसने देश को प्रौद्योगिकीय के क्षेत्र में सशक्त बनाया है। सेमिनार के उद्घाटन सत्र में संकायाध्यक्ष (संस्थान) प्रो. संदीप ग्रोवर मुख्य अतिथि व प्रमुख वक्ता रहे जबकि संकायाध्यक्ष (इंजीनियरिंग एवं टेक्नोलॉजी) प्रो. तिलक राज विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे। सत्र की अध्यक्षता कम्प्यूटर इंजीनियरिंग के विभागाध्यक्ष डॉ. कोमल कुमार भाटिया ने की। सेमिनार डॉ. सपना गंभीर, डॉ. नीलम दूहन व डॉ. पारूल तोमर की देखरेख में आयोजित किया गया। इस अवसर पर बोलते हुए प्रो. ग्रोवर ने इंजीनियरिंग व प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बढ़ते अवसरों के महत्व पर बल दिया तथा विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे नई प्रौद्योगिकी के लिए सक्षम बने तथा प्रौद्योगिकी को समाज की प्रगति का माध्यम बनाये। सत्र को प्रो. तिलक राज ने भी संबोधित किया।
इससे पूर्व, स्वागतीय भाषण में डॉ. कोमल भाटिया ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के महत्व तथा सेमिनार के विषय के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि देशभर में यह दिन पोखरण परमाणु परीक्षण ‘शक्ति’ जो 11 मई, 1998 को हुआ था, की वर्षगांठ तथा भारत की तकनीकी क्षमता एवं विशेषज्ञता के गौरवपूर्ण इतिहास के रूप में मनाया जाता है।
सेमिनार के दूसरे सत्र में दो आमंत्रित व्याख्यान आयोजित किये गये, जिसमें वाईएमसीए के 1986 बैच के भूतपूर्व छात्र व कापियो सोल्युशन्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक श्री योगेन्द्र पाल सिंह ने सेमिनार की विषय वस्तु तथा एम्बेडेड सिस्टम डिजाइन पर विचार रखे तथा आईआईटी दिल्ली के एसोसिएट प्रो. विक्रम गोयल ने ‘बिग डाटा विश्लेषण’ पर व्याख्यान प्रस्तुत किया।