अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : सभी आद्यौगिक क्षेत्रों के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं, लेकिन आद्यौगिक क्षेत्रों से जुड़े लोगों को भी सरकार का सहयोग देना होगा ताकि विश्व के मानचित्र पर फरीदाबाद के खोए हुए स्वरूप को वापिस लाया जा सकें,यह विचार हरियाणा के उद्योगमंत्री एंव पर्यावरण मंत्री विपुल गोयल ने एफआईए के सभागार कक्ष में एचएसआईडीसी द्वारा जिले की सभी आद्यौगिक संस्थाओं के साथ की गईं बैठक की अध्यक्षता करतें हुए प्रकट किए। इस बैठक में एचएसआईडीसी की तरफ से आद्यौगिक सेक्टर -24, 25 व 59 में आधारभूत ढांचा सुधारने के लिए हो रहे और भविष्य में होने वाले विकास कार्यो का ब्यौरा दिया। इस बैठक में प्रजेंटेशन के माधयम से यह जानकारी दी गईं कि किस तरह से इन सेक्टरों में सड़क, बिजली, पानी, सीवरेज सिस्टम, पार्किंग व जल निकासी तथा वाटर रिचार्ज सिस्टम को दुरुस्त करने के लिए परियोजनाओं पर कार्य किया जा रहा हैं, इन परियोजनाओं के तहत दो चरणों में सेक्टर -24 लगभग 98 करोड़, सेक्टर -25 में 79 करोड़ और सेक्टर -59 में 8 करोड़ के विकास कार्यों पर परिचर्चा की गईं, जिसमें सभी आद्यौगिक इकाइयों के साझेदारी से फरीदाबाद का फिर से अपना पुराना गौरव हासिल कर पाएगा। उन्होनें कहां कि आद्यौगिक क्षेत्रों के विकास में सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी, साथ ही उन्होनें वाटर रिचार्ज सिस्टम और प्रदूषण निय्रंत्रण के लिए उद्योगपतियों से सभी नियमों का पालन करने का आहवान किया, विपुल गोयल ने कहां कि बिजली की समस्या खत्म करने के लिए आद्यौगिक इकाइयों से सोलर पवार प्लांट लगानें की अपील की, इस अवसर फरीदाबाद नगर निगम के उप-महापौर मनमोहन गर्ग, उद्योगपति के. सी. लखानी, नरेंद्र गुप्ता,नवदीप चावला, राजीव चावला, वी. पी. मल्होत्रा, एच. एल. गुलाटी, सुनील गुलाटी, एच के बत्रा, सज्जन जैन, डी. एन. कथुरिया, बी. आर. भाटिया,अजय जुनेजा, कर्नल कपूर , एचएसआईडीसी के संपदा अधिकारी विकास चौधरी, नगर निगम के चीफ इंजिनियर डी. आर. भास्कर के अलावा आदि गणमान्य लोग उपस्थित थे।