अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के अतिरिक्त प्रधान सचिव डा. राकेश गुप्ता ने आज चण्डीगढ़ से सभी जिलों के उपायुक्तों व सम्बन्धित अधिकारियों के साथ विभिन्न प्रकार की योजनाओं की प्रगति की समीक्षा को लेकर वीडियो कान्फ्रैंसिंग के माध्यम से विस्तारपूर्वक जानकारी ली। डा. गुप्ता ने पीएनडीटी एवं एमटीपी एक्ट, पास्को एक्ट, अटल सेवा केन्द्र, बेसहारा पशु प्रबन्धन, ग्रामीण व शहरी ओडीएफ कार्यक्रम, न्यायालय में विचाराधीन राजस्व सम्बन्धी मामले, दो वर्षीय सुशासन कार्यक्रम योजना तथा एसडीएम व आरटीए कार्यालय के लिए अपनाए जाने वाले पारदर्शिता पूर्ण कार्यक्रमों की समीक्षा की।
इस सम्बन्ध में जिला लघु सचिवालय में उपायुक्त कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित वी.सी. कार्यक्रम में उपायुक्त समीरपाल सरों व नगर निगमायुक्त सोनल गोयल के अलावा बड़खल के एसडीएम रीगन कुमार, मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी अनुल जैन, डीसीपी सैन्ट्रल विक्रम कपूर, सचिव आरटीए आशुतोष राजन, सिविल सर्जन डा0 गुलशन अरोड़ा तथा जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी जितेन्द्र कुमार प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
उपायुक्त श्री सरों ने डा. गुप्ता द्वारा जानकारी मांगने पर बताया कि जिले में उक्त योजनाओं के अन्तर्गत सभी प्रचार के कार्य सफलतापूर्वक क्रियान्वित किए जा रहे हैं। जिले का ग्रामीण क्षेत्र गत एक नवम्बर 2016 को खुले में शौच जाने से मुक्त (ओडीएफ) हो चुका है। इसके सम्बन्ध में गुरूग्राम में आयोजित कार्यक्रम में देश में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जिला के लिए यह प्रमाण-पत्र भेंट किया था।
श्री सरों ने बताया कि जिले में पहले से चल रही कई प्रमुख गौशालाओं के अलावा पांच गांवों में गौशालाएं बनाने के लिए निर्माण कार्य का शुभारम्भ इसी सप्ताह के शुरू में किया जा चुका है जोकि आगामी 30 जून तक बनकर तैयार हो जाएंगी। जिला के बल्लबगढ़ खण्ड के गांव नवादा (तिगांव), फैजूपुर खादर, मोठूका, मोहना व पियाला में बनने वाली इन गौशालाओं में चिन्हित की जा चुकी लगभग 4 हजार गायों व नंदियों को रखने की व्यवस्था आगामी 31 जुलाई तक पूरी कर ली जायेगी।
निगमायुक्त सोनल गोयल ने डा. गुप्ता को जानकारी दी कि फरीदाबाद नगर निगम के कुल 40 वार्डों में से 20 में ओडीएफ कार्य पूरा हो चुका है। जबकि शेष 20 में आगामी 15 अगस्त तक यह कार्य पूरा करने के भरसक प्रयास किए जा रहे हैं।
डा. गुप्ता ने उक्त सभी योजनाओं व कार्यक्रमों को और अधिक कारगर ढंग से सफल बनाने के लिए उपायुक्त, निगमायुक्त व सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
इस मौके पर वी.सी. बैठक में जिला के सभी सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।