अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: बहुत कम समय मे राजधानी दिल्ली और आसपास के राज्यों के लिए अपराध की दुनिया में एक बड़ा नाम बन चुके नीरज बवानिया गैंग के 9 कुख्यात बदमाशों को दिल्ली के रोहिणी जिले के कंझवला थाना पुलिस ने धर दबोचा है। जिनके पास से 2 पिस्टल समेत करीब आधा दर्जन हथियार और 20 से ज्यादा जिंदा कारतूस बरामद किए है, साथ ही इनके कब्जे से एक मर्सडीज़ बेंज समेत 3 लक्ज़री गाड़ियां भी जब्त की हैं। पुलिस से बचने और किसी को फोन करने के लिए ये सभी लोग एक खास तरह के इंटरनेशनल कॉलिंग एप का इस्तेमाल करते थे,और हैरानी की बात है कि इन बदमाशों से बरामद की गई मोबाइल फोनों में किसी तरह की कोई सिम नही मिली है।
डीसीपी, रोहिणी एस डी मिश्रा का कहना हैं कि कुख्यात बदमाश नीरज बवानिया गिरोह के सक्रिय सदस्य हैं.ये लोग लग्ज़री लाइफ जीने के शौकीन थे जो कि अब पुलिस की गिरफ्त में है.दरअसल कंझवला थाने में तैनात कांस्टेबल हवा सिंह इलाके के जॉन्टी गांव में गश्त कर रहा था.तभी उसकी नजर इलाके में मौजूद 2 लक्सरी गाड़ियों पर पड़ी जो एक ऐसे घर के पास खड़ी थी जो काफी समय से खाली है और एक डिस्प्यूट् प्रॉपर्टी है,इसी वजह से वहां कोई आता जाता नहीं इसके बाद हवा सिंह ने कुछ लोगों को मकान के अंदर खड़े हुए देखा तो तुरंत अपने वरिष्ठ अधिकारियों को खबर की.जिसके बाद फौरन कंझावला थाने की एक बड़ी टीम गठित की गई और मकान पर रेड की गई.जहाँ से ये सभी बदमाश हथियारों के साथ पकड़े गए। उन्होनें पूछताछ में बताया कि ये बड़े पैमाने पर पेट्रोल पंप और आसपास के कारोबारियों को लूटने की प्लानिंग कर रहे थे.
उनका कहना हैं कि पकड़े गए इन बदमाशों में एक का नाम विक्की है जिसको नीरज बवानिया जो इस समय जेल में बंद है वो उसे जेल से ही निर्देश देता था। उसके साथ 8 बदमाश और पकड़े गए है उनके नाम है अरविंद, सुबेग सिंह, नीरज, दिनेश सोनी, महेश डागर, नरेश उर्फ कृष्ण, करण और अमित शामिल है.करण और अमित अभी हाल ही में गैंग में शामिल हुए थे.उनमें से कई बदमाशों के खिलाफ लूटपाट और हत्या और रंगदारी जैसी संगीन धाराओं में मामले दर्ज हैं साथ ही रंगदारी के लिए व्यापारियों को ये एक खास मोबाइल ऐप के जरिए कॉल करते हैं ताकि न तो उनकी लोकेशन ट्रेस न हो सके हैरानी की बात ये है कि बदमाशों से जो मोबाइल बरामद हुए हैं उनमें कोई सिमकार्ड भी नही मिला ये आपस मे भी इसी एप के जरिये बात करते थे। यह कितने खतरनाक बदमाश है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उनमें से एक बदमाश ने पुलिस वैन के अंदर एक दूसरे गैंग के बदमाश की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। पुलिस को लंबे समय से इस गैंग के लोगों की तलाश थी जो कि अब पुलिस की गिरफ्त में है.