अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद :उद्योगपति अश्वनी पांचाल से 50 लाख रूपए की रंगदारी लेकर नॉएडा के एक कंपनी में कार्य करने वाले असिस्टेंट जेनरल मैनेजर गुरुदत्त व डिप्टी मैनेजर अनिल गौ -रक्षा के लिए 4 -5 नई गाड़ियों को खरीदना चाहते थे। पकडे गए दोनों आरोपी गौ-रक्षा के जरिए शहर में नाम कमाना चाहते थे, शायद उन्हें यह नहीं मालूम था कि कानून के हाथ से बचना मुमकिन नहीं बल्कि नामुमकिन हैं। इस अपराध से बचने का आईडिया टीवी चैनल पर चलने वाले क्राइम शो सीआईडी, सावधान इंडिया, क्राइम पेट्रोल जैसे शो से लिया था पर यह शो का सही मायने में लोगों को अपराधों के बारे में जागरूक करना हैं, यह खुलासा किया हैं डीसीपी क्राइम लोकेंद्र सिंह ने।
डीसीपी क्राइम लोकेंद्र सिंह ने आज अपने कार्यालय में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि सेंट्रल थाने में दिनांक 12 जुलाई 2018 को मुकदमा न. 720 को दर्ज किया गया था जिसमें अज्ञात शख्स के खिलाफ भारतीय दंड सहिंता की धारा 384 व 506 को दर्शाया गया था, इस केस में शिकायतकर्ता उद्योगपति अश्वनी पांचाल ने कहा था कि फोन पर उनसे 50 लाख रूपए की रंगदारी की मांग की गई हैं जिसके न देने पर उनके बेटे को जान से मारने की धमकी दी गई हैं। उनका कहना हैं कि इस केस को गंभीरता से लेते हुए इसके आगे की जांच की जिम्मेदारी क्राइम ब्रांच सेक्टर -30 प्रभारी संदीप मोर को सौपी गई थी। इस जांच के दौरान झपटमार राहुल व सुशील पुरोहित को पुलिस ने गिरफ्तार किए थे उस दौरान उन्हें पता चला कि झपटमार राहुल व सुशील ने छीने गए मोबाइल फोन के सीम को असिस्टेंट जेनरल मैनेजर गुरुदत्त व उसका दोस्त, डिप्टी मैनेजर अनिल को बेचा हैं और उन्होनें दिल्ली के एक दुकान से चाइनीज मोबाइल फोन को ख़रीदा और उस सीम को ख़रीदे गए मोबाइल फोन में लगा कर, उस मोबाइल फोन से फोन करके उद्योगपति अश्वनी पांचाल से 50 लाख रूपए की रंगदारी की मांग की।
उनका कहना हैं कि झपटमार राहुल व सुशील के निशानदेही पर असिस्टेंट जनरल मैनेजर गुरुदत्त निवासी जवाहर कालोनी व डिप्टी मैनेजर अनिल निवासी पर्वतीया कालोनी को हिरासत में पुलिस ने ले लिए,के बाद जब इन दोनों से पुलिस ने गहनता से पूछताछ की गई तो आरोपी गुरुदत्त जोकि उद्योगपति अश्वनी पांचाल का दूर का रिश्तेदार हैं,उनका शहर भर में अच्छा ख़ासा नाम हैं, अश्वनी पांचाल के द्वारा समाजसेवा में अक्सर वह अपना योगदान दिया करते थे और उनकी तरह वह भी समाजसेवा करके नाम कमाना चाहता था। उनका कहना हैं कि इस बाबत आरोपी गुरुदत्त ने लिव फॉर नेशन नाम के एक संस्था बनाई और इसके जरिए गायों की सेवा करना चाहता था तथा गौ -रक्षा के लिए 4 -5 नई गाड़ियों को खरीदना चाहता था इसके लिए उसे 50 लाख रूपए जरुरत थी। इसलिए उसने सोचा की उद्योगपति अश्वनी पांचाल के पास काफी पैसा हैं, इस कार्य में अपने दोस्त अनिल को शामिल कर लिया। उनका कहना हैं कि सोची समझी साजिश के तहत गुरुदत्त व अनिल शिकायतकर्ता अश्वनी पांचाल को फोन पर 50 लाख रूपए की रंगदारी की मांग की न देने पर उनके बेटे को जान से मारने की धमकी दी और अब आरोपी गुरुदत्त व अनिल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया हैं।
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