अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम : यदि आप गुरुग्राम में शराब पीकर गाडी चलाते हुए जा रहे हैं, तो जरा आप सावधान हो जाए,वरना आपकी गाडी को बंद किया जा सकता हैं, साथ में आपका चालान भी संभवता हो सकता हैं,पिछले दो दिनों में ऐसा ही कुछ हुआ हैं। पुलिस की माने तो पिछले दो दिनों में ड्रंकन ड्राइविंग अभियान के तहत 191 लोगों के खिलाफ एमवी एक्ट के तहत कार्यवाही की गई, 42 वाहनों को इंपाउंड की गई हैं और 102 लोगों के चालान किए गए हैं। उनकी माने तो पुलिस का यह अभियान अभी जारी हैं और आगे भी इस तरह के अभियान चलते रहेंगें।
पुलिस कमिश्नर के. के. राव का कहना हैं कि पिछले कुछ वक़्त से शहर में ड्रंकन ड्राइविंग अभियान चलाया हुआ हैं,इस अभियान का मुख्य उद्देश्य हैं शराब पीकर गाडी चलाने वालों पर शिकंजा कसना हैं। उनका कहना हैं कि अक्सर देखा गया हैं कि जो लोग शराब पीकर अपनी गाडी को लापरवाही से चला कर दूसरों के गाड़ियों में टक्कर मार देते हैं,जिसमें कई लोगों की मौतें हो गई हैं,कई लोग गंभीर व मामूली रूप से घायल हो जाते हैं।कई बार ऐसा भी हुआ हैं कि जरा सी गाडी टकरा जाने के बाद एक दूसरे के खून के प्यासे हो जाते हैं कई बार इन हालतों में मौतें भी हुई हैं। उनका कहना हैं कि ऐसे लोग दूसरे की जिंदगियों के महत्व नहीं समझते हैं। आकड़ों में देखे तो सड़क हादसों में मरने वालों की संख्या काफी जाएदा हैं,वह इन आकड़ों में कमी लाने के लिए ड्रंकन ड्राइविंग अभियान चलाया हुआ हैं। पिछले दो दिनों में ड्रंकन ड्राइविंग अभियान के तहत 191 लोगों के विरुद्ध एमवी एक्ट के तहत कार्रवाही की गई हैं। इसके अलावा 42 वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाही करते हुए उनके वाहनों को जब्त किया गया हैं, जबकि 104 वाहन चालकों के चालान किए गए हैं।
सवाल के जवाव में उनका कहना हैं कि पुलिस जो चालान काट रहीं हैं वह पैसों के लिए नहीं काट रहीं हैं, ताकि इस लिए काट रहीं हैं कि आप एक -दूसरों के जिंदगी की एहमियत को समझें, हर इंसान अपने परिवार के लिए मायने रखता हैं ,आप उनकी कदर करना सीखें। उनका कहना हैं कि एक परिवार के मुखिया की किन्हीं कारणों से मौत होती हैं,उसके पीछे बाकि लोगों की एक तरह से मौत हो जाती हैं, किसी का पति, किसी पिता, किसी का भाई व किसी बेटा हमेशा के लिए छीन जाता हैं। इसके बाद उसके परिवार के प्रति लोगों का देखने का नजरिया भी बदल जाता हैं। उनका कहना हैं कि ऐसी घटनाओं को रोकने हेतु उन लोगों के चालान काट रहीं हैं जो कानूनी नियमों की अनदेखी करते हुए पाएं जाते हैं। कई बार ऐसा भी देखा गया हैं कि चालान काटते वक़्त वाहन चालक पुलिस कर्मी से उलझ पड़ते हैं, इस सोच के साथ उन्हें कोर्ट कचहरी के चक्कर काटने पड़ेंगें पर यह बिल्कुल नहीं सोचते की उनकी गाडी से लगी टककर में किसी भी इंसान की मौत हो जाती हैं, तो उसके परिवार का क्या होगा। चालान काटने का मतलब हैं हर इंसान की जिंदगी महत्व पूर्ण हैं,लोगों को यहीं एहसास कराना और लोगों की जिंदगी को बचाना हैं।