अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: नव वर्ष को दुनिया में लोग अपने सगे सम्बन्धियों और दोस्तों के साथ समय बिताकर और उपहार देकर मनाते है परन्तु कुछ लोग इस विशेष दिन को भी समाज कल्याण के नाम कर देते है।इस कड़ी में केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने अपने निवास पर दिव्यांग जनों के साथ नया साल मनाया। जिसमे सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के निवास पर सर्वोदय अस्पताल सेक्टर -8 में कॉकलियर इम्प्लांट योजना के तहत सुनने, बोलने की क्षमता को पाने वाले बच्चे मंत्री जी को फूल लेकर शुभकामनायें देने पहुंचे । बच्चों के साथ उनके माता -पिता और साथ में सर्वोदय हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ. राकेश गुप्ता, सर्वोदय हॉस्पिटल के सेंटर फॉर ई. एन. टी. एवं कॉक्लिअर इम्प्लांट विभाग के वरिष्ठ विषेशज्ञ डॉ. रवि भाटिया एवं विषेशज्ञ डॉ. बिश्वजीत बनिक भी पहुँचे। मंत्री ने भी इन बच्चों को निराश नहीं किया और सभी से एक परिवार की भांति मिले और उनके ईलाज की प्रगति जानी ।
केंद्रीय मंत्री ने आए हुए बच्चों के साथ नया साल मनाया और बच्चों को मिठाइयां खिलाकर व उपहार देकर उनके साथ नव वर्ष मनाया। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजन हमारे समाज का एक अभिन्न अंग है जो कि शिक्षा के क्षेत्र में खेल क्षेत्रों में भी अहम भूमिका रखते हैं ।उन्होंने कहा कि यह वह बच्चे हैं जो ताजीवन में सुनते थे ना बोलते सकते थे। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी की नई योजना के तहत कॉकिलर इम्प्लांट लगने के कारण अब यह बच्चे सुनने भी लगे हैं और बोलना भी शुरू कर दिया है। उन्होंने इस मौके पर सर्वोदय अस्पताल के सर्जन डॉक्टर रवि भाटिया व उनकी पूरी टीम को नव वर्ष की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि रवि भाटिया व उसकी पूरी टीम ने अब तक फरीदाबाद के लगभग 50 बच्चों को इप्लांट लगाया है जो कि अपने आप में एक बेमिसाल पहल है।
उन्होने बताया की इन बच्चों में सभी बच्चे जन्म से गूंगे और बहरे थे परन्तु भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की ए० डी० आई० पी० स्कीम के तहत उन्हें निःशुल्क कॉक्लिअर इम्प्लांट सर्जरी के साथ साथ निःशुल्क स्पीच थेरपि भी मुहैया कराई गयी। जिसके कारण आज वो सामान्य बच्चों की भाँति ही पढ़ लिख रहे है और अपने सपनों को पूरा करने की दिशा में कदम बढ़ा रहे है । केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की ए. डी. आई. पी. स्कीम के तहत जो बच्चे जन्म से मूक – बधिर होते है और जिनकी उम्र 5 वर्ष से कम और मासिक आय 15000 रूपये से कम होती है उनके लिए सरकार कॉकलियर इम्प्लांट निःशुल्क उपलब्ध करवाती है। साथ ही उसकी सर्जरी और स्पीच थेरपि की व्यवस्था भी निःशुल्क प्रदान की जाती है । इस स्कीम को क्रियान्वित करने में जिला रेड क्रॉस सोसायटी भी अहम् भूमिका निभा रही है | जिनकी मुख्य सदस्य श्रीमती सुषमा गुप्ता समय समय पर जाँच शिविर लगाती रहती है। जिससे अधिक से अधिक बच्चे इस योजना का लाभ उठा सकें । सर्वोदय हॉस्पिटल के सेंटर फॉर ई. एन. टी. एवं कॉक्लिअर इम्प्लांट विभाग के वरिष्ठ विषेशज्ञ डॉ रवि भाटिया ने बताया कि हरियाणा में सर्वोदय हॉस्पिटल दूसरा हॉस्पिटल है जो सरकार की इस योजना के अंतर्गत सर्जरी करने की मान्यता रखता है जिसका श्रेय हॉस्पिटल की आधुनिक मेडिकल तकनीक एवं कुशल एवं अनुभवी डॉक्टरों की टीम से सुसज्जित सेंटर फॉर ई० एन० टी० एवं कॉक्लिअर इम्प्लांट विभाग को जाता है ।
सर्वोदय हॉस्पिटल में अभी तक 54 से अधिक बच्चों के सफल कॉक्लिअर इम्प्लांट हो चुके है और ये बच्चे हॉस्पिटल की आधुनिक स्पीच थेरपि लैब में अपने आप को दिन प्रतिदिन और बेहतर बना रहे है। सर्वोदय अस्पताल के चेयरमैन डॉ. राकेश गुप्ता ने बताया कि ए. डी. आई. पी. स्कीम के तहत कॉकलियर इम्प्लांट उपलब्ध करवाकर भारत सरकार मूक – बधिर बच्चों को मुख्यधारा से जोड़ने का महत्वपूर्ण कार्य कर रही है यदि कॉक्लिअर इम्प्लांट की सर्जरी किसी निजी हॉस्पिटल में करवाई जाये तो इस सर्जरी (जिसमे ऑपरेशन, इम्प्लांट और स्पीच थेरपि शामिल है) की लागत लगभग 8 से 9 लाख के बीच आती है जिसका खर्च किसी सामान्य या गरीब परिवार के लिए उठाना लगभग नामुमकिन होता है । परन्तु भारत सरकार का सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के नेतृत्व में विभाग अधिक से अधिक बच्चों को इस योजना के अंतर्गत फायदा पहुँचा रहा है। अकेले सर्वोदय हॉस्पिटल में ही हरियाणा के साथ – साथ राजस्थान, दिल्ली, पंजाब और जम्मू तक के बच्चे इस योजना के अंतर्गत कॉक्लिअर इम्प्लांट सर्जरी करवा रहे है। आये हुए सभी बच्चों को मंत्री जी ने उपहार दिए और आने वाले साल में दिव्यांग बच्चों और समाज के प्रत्येक वर्ग के लिए और बेहतर योजनाओं के साथ कार्य करने का भरोसा दिया ।