गुरुग्राम :सोहना में एक भतीजी ने अपने सगे चाचा की अपने प्रेमी के हाथों योजनाबद्ध तरीके से गोली मार कर हत्या करवा दी। क्यूंकि अपने ही घर में दोनों मौज मस्ती के साथ रहेंगें। क्यूंकि दोनों के बीच आपस में शादी से पहले से ही अवैध संबंध थे। साजिश भी इतना खौफनाक था की आप सोच कर रह जायेंगें दंग. चाचा की तो हत्या कर दी जाएगी। परिवार में दादी को छोड़ कर परिवार के सभी लोगों के खिलाफ हत्या के केस में नामजद करावा दिया ताकि सभी लोग जेल चले जाएंगे और भतीजी अपने प्रेमी के साथ अपने घर ही में मौज मस्ती से रहना चाहती थी। इस हत्या कांड में थाना सदर, सोहना गुरुग्राम ने प्रेमी व उसके भतीजे को बल्लभगढ़ ,फरीदाबाद से गिरफ्तार किए हैं।
थानाध्यक्ष रमेश का कहना हैं कि शीतल की शिकायत पर उनके थाने में 27 मार्च को मुकदमा न. 41 दर्ज की गई थी, जिसमें भारतीय दंड की धारा 302,34 , 25 -54 -59 आर्म एक्ट को दर्शाया गया था इस केस में जिनके नामजद कराए गए थे. उनके नाम पति मनीष, (शीतल का पति ), चाची राधा ( मृतक राकेश की पत्नी ) मामा राजबीर, मिथलेश व लच्छों हैं। उनका कहना हैं कि इस केस के मुख्य आरोपी शीतल के प्रेमी कन्हैया निवासी कबुलपुर ,थाना 56 ,फरीदाबाद हाल वार्ड न. 36 ,गली न. 6 ,भूदत कालोनी,बल्लभगढ़ ,फरीदाबाद व प्रेमी के भतीजे देव उर्फ़ मोनू निवासी गांव कबुलपुर, हाल सागरपुर, बल्ल्भगढ़ ,फरीदाबाद हैं से गिरफ्तार किए हैं। उनका कहना हैं कि आरोपी कन्हैया से जब गहनता से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि शीतल के साथ उसके अवैध संबंध थे और उसकी शादी मनीष के साथ हो गई थी जोकि बाद में मनीष ने अपने पत्नी शीतल को छोड़ दिया था और चाचा राकेश की पत्नी राधा को लेकर भाग गया था। इसके बाद दोनों का कोर्ट में तलाक का केस भी चल रहा हैं। शीतल ने उससे कहा कि दोनों एक साथ घर में रह कर मौज मस्ती कर सकें। इस लिए उन दोनों एक खौफनाक साजिश रची. जिसे सुन कर आपके पैरों तले जमीन खिसक जाएगी।
जी हैं रची गई साजिश में शीतल ने उससे कहा था कि वह अपने बूढी दादी के साथ मार्किट चली जाएगी और पीछे से आकर उसके चाचा राकेश की हत्या कर देना और दादी बूढी हैं. को छोड़ कर ,अपने पति मनीष,चाची राधा, मामा राजबीर ,मिथलेश व लच्छों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करवा देंगें और वह लोग हत्या के जुर्म में जेल चले जाएंगे। इसके बाद हम दोनों अपने ही घर में मौज मस्ती के साथ रहेंगें। आरोपी कन्हैया ने रची गई साजिश के तहत 27 मार्च को अपने दादी के साथ शीतल मार्किट चली गई और पीछे से उसने अपने भतीजे देव उर्फ़ मोनू के साथ एक ही मोटरसाईकिल पर सवार होकर उसके घर पर पहुंच गया जहां पर उसने शीतल के चाचा राकेश को पीछे पकड़ लिया और देव ने उसके सिर में गोली मार दी जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। उनका कहना हैं कि जांच में नामजद सभी आरोपियों को निर्दोष पाया गया हैं और इस बीच शीतल और कन्हैया की फोन पर आपस में बातचीत होती रहती हैं व जांच के दौरान इन दोनों पर पुलिस को शक हुआ और दोनों को 31 मार्च को फरीदाबाद से हिरासत मे लेकर पूछताछ की तो पूरे प्रकरण का खुलासा हुआ और चाचा कन्हैया व भतीजे देव को गिरफ्तार कर लिया और रिमांड के दौरान वारदात में शामिल इस्तेमाल की गई बाइक व देशी कट्टे को बरामद कर लिया। आज दोनों आरोपियों को अदालत में पेश किया गया जहां अदालत ने जेल भेज दिया।