अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : सड़क हादसे में मारे गए मोहित के परिवार वालों ने आज सेक्टर -19 स्थित डीपीएस पब्लिक स्कूल प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और थोड़ी देर के लिए नेशनल हाइवे -2 पर जाम लगा दिया। जाम की सूचना मिलते ही ओल्ड फरीदाबाद थाने के एसएचओ सैफुद्दीन सहित आसपास के कई थानों के एसएचओ अपने टीम के साथ मौके पर पहुंच गए और प्रदर्शनकारियों को समझा बुझा कर किनारे कर दिया और जाम खोलवा दिया। प्रदर्शन का यह सिलसिला तक़रीबन 3 घंटे तक लगातार चला और पुलिस के प्रयास से स्कूल प्रशासन के साथ मोहित के परिजनों की एक मीटिंग की गई और उसमें स्कूल प्रशासन ने उन्हें आश्वस्त किया की वह सीनियर से इस प्रकरण में बातचीत करेंगें। इसके बाद आप लोगों की कोई सहायता की जाएगी। इसमें तक़रीबन 3 से 4 दिन लगेंगें।
प्रदर्शन कर रहे मृतक की छोटी बहन ममता रावत का कहना हैं कि मेरे परिवार में तीन लोग हैं जिन में मेरे पिता चंदन रावत, मां पुष्पा रावत व तीसरा सदस्य मैं खुद हूँ चौथा सदस्य मेरा भाई मोहित था जो अब मेरे बीच नहीं हैं। उनका कहना हैं कि मेरे माता -पिता की तबियत अक्सर ख़राब रहती हैं और मैं 12 वीं क्लास में पढ़ती हूँ। मेरे भाई की उम्र तक़रीबन 21 -22 साल हैं,एक वहीँ शख्स था जो घर में अकेला कमाता था और उसी के कमाई से घर का और उसकी पढ़ाई का खर्चा चलता था और वह घर का खर्चा चलाने के लिए दो संस्थानों में अलग -अलग समय में नौकरी करता था। उनका कहना हैं कि मोहित आर्मी में नौकरी करना चाहता था। इसके लिए उसने अप्लाई भी किया था और उसमें पहले राउंड का इंटरव्यू भी हो गया था पर उसका सपना हमेशा के लिए उस समय खत्म हो गया जब वह 9 मई को अपने किसी परिचित से मिलने के लिए एनएचपीसी चौक के पास गया हुआ था। लौटते वक़्त नेशनल हाइवे -2 स्थित हमला कंपनी के पास सेक्टर -19 स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल की एक बस ने उसकी बाइक में जोरदार टक्कर मार दी और उसकी घटना स्थल पर ही मौत हो गई।