अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद:विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर फरीदाबाद के सेक्टर 17 स्थित मॉडर्न स्कूल में पर्यावरण संरक्षण के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, पर्यावरण को साफ-सुथरा बनाए रखने के लिए हरियाणा स्टेट पोल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के तत्वाधान में आयोजित कार्यक्रम में 50 हज़ार पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित गया है जिसका शुभारंभ मुख्य अतिथि उद्योग एवं पर्यावरण मंत्री विपुल गोयल ने फीता काट कर एवं वृक्षारोपण कर के किया…इस मौके पर जीवों के भोजन चक्र में प्रमुख स्थान रखने वाले पक्षियों को बचाने के लिए उनके संरक्षण का भी संदेश दिया गया, मंत्री विपुल गोयल ने पक्षियों के पानी और अनाज के लिए घरों में टांगने वाले बर्तन भी लोगों को बंटे, पर्यावरण संरक्षण के लिए देश में किए जा रहे प्रयासों एवं नए अविष्कारों की प्रदर्शनी लगाई गई जिसका मंत्री विपुल गोयल ने अवलोकन कर सराहना की.मॉडर्न स्कूल के सभागार में कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल, बल्लभगढ़ के विधायक मूलचंद्र शर्मा, एनआईटी के विधायक नागेंद्र भड़ाना ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया.कार्यक्रम के आरंभ में नन्हीं बच्ची प्रियंका ने पर्यावरण संरक्षण पर गीत गा कर सबका दिल जीत लिया
थिएटर के कलाकारों ने नुक्कड़ नाटक का मंचन कर सभी को पर्यावरण सहेजने के महत्व को बाखूबी समझाया, पर्यावरण मंत्री विपुल गोयल ने कहा कि केवल पौधे लगाना भर हमारी ज़िम्मेदारी नहीं है बल्कि उन्हें सहेजना और उनकी निगरानी भी हमारा ही कर्तव्य है.विपुल गोयल ने कहा कि सरकार अपनी ओर से हर संभव कोशिश कर रही है लेकिन आज आवष्यक्ता है कि हम भी अपनी नैतिक ज़िम्मेदारी को समझें और इसमें पूरी-पूरी अपनी भागीदारी निभाएं.केवल सरकार के ऊपर डाल कर इस मुहिम से किनारा नहीं करना चाहिए नहीं तो आने वाली पीढ़ी हमें कभी माफ नहीं करेगी। गोयल ने कहा कि पर्यावरण में बढ़ रहे प्रदूषण का नतीजा है कि आज कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का खतरा बढ़ गया है.उन्होंने कहा कि आज शहरों में पक्षियों का रहवास खत्म हो रहा है अगर हमारे भोजन चक्र से एक भी जीव हटा तो प्रकृति का संतुलन बिड़ जाएगा.जैसे मॉरिशस में पाया जाने वाला पक्षी डोडो 17वीं शताब्दी के अंत में विलुप्त हो गया था और भारत से चीता 70 के दशक के बाद से पूरी तरह समाप्त हो गया इसी तरह स्नो लैपर्ड, बंगाल टाइगर जैसे जीवों पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं अगर ये जीव धरती से खत्म हुए तो भोजन चक्र बिगड़ सकता है
जिसके गंभीर परिणाम होंगे…उन्होंने कहा कि पक्षियों के संरक्षण की आज बहुत ज्यादा ज़रूरत है उनको बचाने के लिए खास तौर पर उनके दाना पानी के लिए 2 हज़ार से ज्यादा पॉट वितरित करने का लक्ष्य रखा है.विपुल गोयल ने सभागार में मौजूद प्रतिष्ठित जनों से आह्वान किया कि पर्यावरण संरक्षण के लिए आप सभी आगे आएं और ब्रांड अंबेस्डर की भूमिका निभाएं। गोयल ने पेड़ों के महत्व को समझाते हुए बताया कि एक विकसित पेड़ एक साल में 22.7 किलोग्राम यानी करीब 50 पॉण्ड कॉर्बन सोखता है। और इतना कॉर्बन हम केवल 41,500 किलोमीटर तक एक कार चला कर वातावरण में छोड़ देते हैं और यही पेड़ हर वर्ष करीब 2,721 किलो ऑक्सीजन वातावरण को देता है.जो दो इंसानों के लिए पर्याप्त है। लिहाजा आज और अभी से शपथ लें कि हर किसी को 5-5 पेड़ ना सिर्फ लगाना है बल्कि उनके बड़े होने तक उसकी देख-रेख भी करनी है। कार्यक्रम में एक छात्रा ने लाइव पेंटिग बना कर पर्यावरण में पेड़ों के महत्व को बाखूबी समझाया जिसकी मंत्री विपुल गोयल ने सराहना की और मंच पर बुला कर प्रोत्साहित किया…