फरहीन खान, संवाददाता : आईपीएल एवं अंतरराष्ट्रीय मैच खेले जाने वाले मैदानों की सूची में शहर का राजा नाहर सिंह स्टेडियम भी शामिल होने वाला है। दो अंतर्राष्ट्रीय मैच होने के बाद इस स्टेडियम को अपना खोया हुआ स्वरूप दिलाने के लिए राज्य सरकार तैयार है। करीब 50 करोड़ रुपये की लागत से इसे तैयार किया जाएगा। दिल्ली के बाद वर्ष 2018 में फरीदाबाद भी इस सूची में शामिल हो जाएगा।
देश में आईपीएल मैच के दीवाने अधिक होने के कारण इस स्टेडियम को खासकर आईपीएम मैचों की मेजबानी मिलेगी। एक दशक के बाद भारत एवं वेस्टइंडीज ब्लाइंड वर्ल्डकप क्रिकेट होने के बाद फरीदाबाद को विश्व स्तर पर पहचान मिली है।
बताया जा रहा है कि अप्रैल से मई के बीच स्टेडियम को नया स्वरूप देने के कार्य को गति मिल जाएगी। इसकेे लिए प्रत्येक कार्य के लिए अलग अलग प्रस्ताव बनाया गया है, ताकि कार्य को जल्दी से पूरा कर इसेे मैच के लिए तैयार किया जाता है।
खेले जाएंगे डे नाइट मैच
दिल्ली एनसीआर में अंतरराष्ट्रीय एवं आईपीएल मैचों के लिए इस डे नाइट के हिसाब से तैयार किया जाएगा। इसके लिए मैदान में फ्लड लाइटें लगाई जाएगी। इसके अलावा अलग अलग पिच तैयार किया जाएगा। ड्रेसिंग रूम बनवाने का कार्य किया जाएगा।
दर्शक दीर्घा हो जाएगी 40 हजार
एक दशक बाद स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय मैच होने से अब हर वर्ष इसमें मैच कराने की योजना है। इसके लिए इसे 2018 में बनकर तैयार किया जाना बताया जा रहा है। मैच में दर्शकों की संख्या बढ़ाने के लिए वर्तमान में 20 हजार क्षमता बढ़ाकर 40 हजार हो जाएगी। इसके बाद यहां पर विश्व के क्रिकेट खिलाड़ियों का आना जाना लगा रहेगा।
चलाई जा चुकी है मुहिम
लगभग 32 साल में स्टेडियम ने बहुत उतार चढ़ाव देखे हैं। मार्च 2006 के बाद यह मैदान राजनीति का शिकार हो गया। कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला गया। अंतरराष्ट्रीय दर्जा भी छिन गया। इसके साथ राजनीति ऐसी हुई कि राज्य स्तर के मैच स्कूलों में होने लगे और यहां का कोई नामलेवा न रहा। स्टेडियम का खोया अस्तित्व वापस दिलाने के लिए कई बार मुहिम चलाई जा चुकी है। अमर उजाला ने भी शहर की इस सबसे बड़ी पहचान को बचाने के मुहिम चलाईं थी। स्टेडियम की समस्या को गंभीरता से लेते हुए भाजपा सांसद कृष्णपाल गुर्जर ने लिंखित वादा किया था कि अगर वह चुनाव में जीतते हैं तो इसको पुरानी रंगत में लौटा कर रहेंगे। हालांकि, सरकार बने तीन साल से ज्यादा हो गए हैं अब जाकर इसके लिए योजनाएं तैयार होनी शुरू हुई है।
क्लब स्तर पर सिमटा
अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम की मान्यता खत्म होने के बाद से यहां पर केवल क्लब स्तर के मैच होते हैं। बड़े मैच न होने के कारण खिलाड़ियों का भी नुकसान हो रहा है। ऐसे में खिलाड़ी पैसा खर्च करके प्राइवेट अकादमी की तरफ रुख कर रहे हैं। स्टेडियम बचाने के लिए पूर्व रणजी खिलाड़ी संजय भाटिया ने संघर्ष समिति बनाई थी। इसमें अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी चेतन शर्मा, रणजी खिलाड़ी कपिल भाटिया सहित कई अन्य क्रिकेटर शामिल हैं। इन क्रिकेटरों द्वारा नाहर सिंह के भीतर धरना प्रदर्शन भी किया गया था।
स्टेडियम को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का दर्जा मिलने पर विश्व में फरीदाबाद को नई पहचान मिल जाएगी। शहर के क्रिकेट को बचाने के लिए स्टेडियम को वर्ल्ड क्लास बनाना जरूरी है। अब सरकार को अपने प्रयास तेज कर लेने चाहिए ताकि जल्द से कार्य पूरा हो सकें।-ललित कोहली, रणजी खिलाड़ी
खिलाडिय़ों को बेहतरीन सुविधा मिलने के साथ कोचिंग की अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए। ब्लाइंड वर्ल्ड कप के बाद फरीदाबाद को क्रिकेट में फिर पहचान मिली है। स्टेडियम से कई अच्छे खिलाड़ी निकले हैं।-अजय रत्रा, रणजी खिलाडी
राजा नाहर सिंह स्टेडियम मुख्यमंत्री की घोषणा है, इसके लिए नगर निगम एवं अन्य इकाइयों द्वारा करीब 50 करोड़ रूपये का प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है। अभी टेंडर की प्रक्रिया नहीं हुई। इस वर्ष तैयार करने के साथ कार्य किया जाएगा।-राजकुमार शर्मा, क्रिकेट कोच फरीदाबाद
नाहर सिंह स्टेडियम में खेले गए अंतरराष्ट्रीय एक दिवसीय मैच
तिथि और वर्ष किसके मध्य हुआ मैच
19 जनवरी 1988 भारत – वेस्ट इंडीज
19 मार्च 1993 भारत – जिम्बावे
17 अक्तूबर 1994 भारत-वेस्टइंडीज
25 अक्तूबर 1996 आस्ट्रेलिया – दक्षिण अफ्रीका
15 मार्च 2000 भारत – दक्षिण अफ्रीका
7 मार्च 2002 भारत – जिम्बावे
29 अक्तूबर 2003 न्यूजीलैंड – आस्ट्रेलिया
31 मार्च 2006 भारत – इंग्लैंड