अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़: हरियाणा पुलिस द्वारा सिरसा जिला के देसु जोधा गाँव में रेड करने आई पंजाब पुलिस की टीम को बंधक बनाकर मारपीट करने के मामले में दोनों तरफ से मुकदमें दर्ज की गई हैं जिस की बारीकी से जाँच की जा रही है। पुलिस विभाग के प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि बठिंडा पुलिस की एक सीआईए टीम ड्रग्स तस्करी के एक मामले में सुबह 5 बजे सिरसा जिले के डबवाली के देसु जोधा गांव में छापेमारी करने गई थी। यह पता चला है कि 6000 ट्रामाडोल की गोलियां पंजाब पुलिस ने एक आरोपी से बरामद की थीं, जिसने पूछताछ के दौरान बताया कि उसने प्रतिबंधित दवा की गोलियां देसु जोधा गांव के निवासी से खरीदी थीं। कानून के अनुसार, बठिंडा पुलिस को छापेमारी करने के लिए जाने से पहले स्थानीय पुलिस को सूचित करके मदद लेनी चाहिए थी, लेकिन इस मामले में सिरसा पुलिस को ऐसी कोई जानकारी नहीं दी गई थी, जो बठिंडा पुलिस की लापरवाही को दर्शाता है।बठिंडा पुलिस और ड्रग तस्करों के बीच हुए मारपीट और फयरिंग करते हुए का देखिए लाइव वीडियो।
रेड करने गई पंजाब पुलिस की टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर पुलिस वाहन को भी आग लगा दी। आत्मरक्षा में, पुलिस ने उन्हें डराने के लिए हवाई फायर किया। इस पर, ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से पुलिस टीम पर हमला कर दिया जिसमें कई पुलिस कर्मी घायल हो गए। इस प्रकरण में एक हेड कांस्टेबल और एक ग्रामीण को गोली लगी। ओढ़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के दौरान ग्रामीण की मौत हो गई, जबकि गंभीर रूप से घायल हुए पंजाब पुलिस के हेड कांस्टेबल को इलाज के लिए बठिंडा के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मामले की सूचना मिलते ही सदर थाना डबवाली की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में किया। पंजाब पुलिस कर्मियों को बचाने के बाद, सभी घायल व्यक्तियों को नजदीक के अस्पतालों में भर्ती कराया गया। इस प्रकरण में दोनों ओर से शिकायतें दर्ज होने के बाद, हरियाणा पुलिस ने इस मामले को उच्चतम स्तर पर पंजाब पुलिस के साथ उठाया है और इस संबंध में सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।