संवाददाता : बीजेपी की राजस्थान इकाई में इन दिनों बगावत का सीजन चल रहा है. राज्य में सीनियर पार्टी नेता घनश्याम तिवाड़ी ने वसुंधरा राजे को मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटाने की मांग की है.
वसुंधरा पर वार
इंडिया टुडे के साथ बातचीत में तिवाड़ी का कहना था कि वसुंधरा की अगुवाई में पार्टी के लिए अगले विधानसभा चुनाव में नतीजे अच्छे नहीं होंगे. पांच बार एमएलए रह चुके तिवाड़ी विधानसभा में विपक्ष के उप-नेता रहने के साथ राज्य में मंत्री रह चुके हैं.
तिवाड़ी ने कहा, “मैं राजस्थान की सत्ता में बीजेपी की वापसी को लेकर फिक्रमंद हूं. इसकी वजह साफ है. प्रदेश में सरकार ने तीन साल पूरे कर लिए हैं. इस दौरान विचारधारा के स्तर पर हमसे जुड़े सभी संगठनों ने सरकार के खिलाफ आंदोलन किये हैं. इनमें भारतीय मजदूर संघ, भारतीय किसान संघ और विश्व हिंदू परिषद् शामिल हैं. मंदिरों को गिराने के मसले पर आरएसएस प्रचारक खुल कर वसुंधरा राजे की सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरे. ऐसा ही गोरक्षा के मुद्दे पर देखने को मिला. इससे पता चलता है कि राज्य सरकार विचारधारा से जुड़े परिवार का भरोसा खो चुकी है.”
तिवाड़ी पर होगी कार्रवाई?
हालांकि पार्टी ने तिवाड़ी के विद्रोही तेवरों का नोटिस लिया है. लेकिन फिलहाल पार्टी वुसंधरा के खिलाफ कार्रवाई के पक्ष में नहीं दिखती. पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष अशोक परनामी का कहना है कि तिवाड़ी का बयान पार्टी की अनुशासन समिति के संज्ञान में है. उनके मुताबिक पिछले विधानसभा चुनाव में राज्य की जनता ने राजे की अगुवाई वाली सरकार को भारी बहुमत से जिताया था. इसलिए तिवाड़ी की मांग में कोई दम नहीं है.