एंटरटेनमेंट डेस्क : हाल ही में रितिक की एक्स वाइफ सुजैन खान और उनके दोस्तों ट्विंकल खन्ना और अक्षय कुमार के साथ मुलाकात की एक तस्वीर से तो ऐसा ही लगता है. रितिक या तो सुजैन के साथ अपनी दूरियों को धीरे धीरे पाटने में लगे हैं. या फिर ऐसा भी हो सकता है कि उनकी पीआर टीम उनकी छवि को चमकाने की कोशिश में जुटी हुई हो. क्योंकि पिछले साल सुजैन के साथ अलग होने के बाद से ही उनकी छवि को काफी धक्का पहुंचा है. फिल्म काबिल में रितिक ने रोहन का किरदार निभाया है. रोहन एक ऐसा किरदार है जिसे सभी पसंद करते हैं. वो आजाद ख्याल युवा है जो नुकसान नहीं पहुंचाता. यहां तक कि आंखों से नहीं देख पाने के बावजूद उसकी जिंदगी में कई रंग भरे हैं. वो किसी सुपरस्टार की तरह ही नाच सकता है. एक मजबूर इंसान की तरह रो सकता है.
हालांकि पत्नी के साथ हुई एक घटना के बाद उसकी जिंदगी पूरी तरह बदल जाती है. वह भावनात्मक रूप से टूट जाता है. लेकिन अगले ही पल वो हिम्मत जुटा कर अपने विरोधियों के सामने चट्टान की तरह खड़ा हो जाता है. और फिर शुरू होता बदला लेने का सफर.
क्राइम स्टोरी के लिहाज बेस्ट है रितिक की फिल्म काबिल
रितिक अपने मूव्स के बारे में पूरी तरह चौकन्ने हैं. फिल्म गुजारिश में वर्षों पहले वो साबित कर चुके हैं कि वो अपने काम में माहिर हैं. लेकिन बात जब स्क्रिप्ट की आती है तो रितिक के लिए ये पीछे की ओर कदम बढ़ाने जैसा है.
फिल्म काबिल जो क्राइम पेट्रोल के किसी भी एपिसोड से कई गुना बेहतर है, उसमें रितिक का अभिनय शानदार और सराहनीय है. यहां तक कि स्टाइल और सेंसेबिलिटी के मानकों पर ये फिल्म संजय गुप्ता जैसे डायरेक्टर की सबसे अच्छी फिल्म कही जा सकती है. लेकिन फिल्म की स्क्रिप्ट वही घिसी पिटी सदियों पुरानी कहानी के इर्द गिर्द घूमती है.
जिसमें एक अंधा व्यक्ति अपनी पत्नी के साथ हुए दुष्कर्म और उसकी हत्या का बदला लेता दिखाई देता है. यहां तक कि फिल्म का ये डायलाग कि ‘प्यार अंधा होता है ये तो सुना था लेकिन अंधों का भी प्यार होता, ये पहली बार देखा’ किसी बेहतरीन पटकथा की ओर इशारा नहीं करता.
दरअसल रितिक के हाल की कामयाबी के पीछे या तो उनकी किस्मत या फिर उनके फैन्स का प्यार काम कर रहा है. क्योंकि पहले ऐलान किया गया कि फिल्म काबिल करोड़पति क्लब में शामिल हो गई है. (हालांकि फिल्म दंगल ने बॉक्स ऑफिस पर 350 करोड़ से ज्यादा कमाई कर नया बेंचमार्क सेट कर दिया है. रईस और काबिल कामयाब फिल्में तो हैं, लेकिन कमाई के मामले में अभी पीछे हैं. हालांकि दोनों खेमों के लोग ज्यादा से ज्यादा सकसेस पार्टी का आयोजन कर कमाई के आंकड़े में जीरो जुड़ने का दावा जरूर कर रहे हैं). फिल्म का कारोबार जैसे जैसे बढ़ रहा है पेज थ्री की तस्वीरें उतनी ही खुशनुमा होती जा रही है. और इसी का नतीजा है हाल में अक्षय कुमार के साथ एक यादगार ‘चिल आउट’. लेकिन रितिक और सुजैन की तस्वीर में अगर एक मार्डन फैमिली की खुशियों का संदेश मिलता है. तो शायद इंस्टाग्राम जेनरेशन के लिए ये ‘फ्रेंडशिप गोल’ भी तय कर रहा हो. अगर रितिक मौजूदा दौर के युवा रिश्तों के लिए रोल मॉडल हो सकते हैं तो उन्हें इसका भी चुनाव करना होगा कि वो किसी ऐसी कहानी का हिस्सा न बनें जिससे बॉलीवुड ने भी 80 के दशक में ही अपना पीछा छुड़ा लिया हो.
हाल की फिल्में चाहे वो क्वीन हों या पिंक या फिर डियर जिंदगी, इन फिल्मों की कहानी महिला किरदार के इर्द गिर्द बुनी गई हैं. और इन फिल्मों ने हीरोइन की प्रोटोटाइप इमेज की बाउंड्री को तोड़ा है. तो नए सिरे से सिंगलहुड और सेक्सुआलिटी को भी परिभाषित किया है. लेकिन ये बात हैरान करती है कि हीरो की छवि में कोई ज्यादा बदलाव नहीं हुआ.
फिल्म काबिल के किरदार को ठीक उसी तरह गढ़ा गया है जैसा कि फिल्म गजनी में देखने को मिलता है. अंतर सिर्फ इतना है कि काबिल का किरदार देख नहीं सकता तो गजनी के किरदार को एक समय के बाद कुछ याद नहीं रह जाता. लेकिन इसके बाद कहानी उसी पुरानी लाइन पर आधारित होती है. जिसमें रेप और रिवेंज के फॉर्मूला का इस्तेमाल किया गया है. जब आमिर खान जैसे गंभीर एक्टर गजनी जैसी फिल्म का चुनाव कर सकते हैं. जो बॉक्स ऑफिस पर कामयाब भी रहती है. तो फिर दूसरे कलाकार क्यों नहीं सदियों पुराने रोमांस और वायलेंस के टेस्टेड फॉर्मूले पर फिल्मों का चुनाव कर सकते हैं?
साड़ी में लिपटे हुए देखे गए रितिक रोशन
हैरानी नहीं कि बॉलीवुड में हर पुराने ट्रेंड की वापसी देख रहे हो. ये संभावना हो सकती है कि फिल्ममेकर रितिक जैसे कलाकारों को ये भरोसा जताने में सफल रहे हों कि ‘एक्शन है, रोमांस है, ड्रामा है, कमाल का फाइट सीन है…पिक्चर हिट है.’ और तो और इसमें कम जोखिम शामिल भी होता है. लेकिन बैंग बैंग, क्रिश और धूम जैसी फिल्मों ने रितिक के एक्शन हीरो के इमेज और टैलेंट को बखूबी आगे बढ़ाया है. डांस फ्लोर पर रितिक बेहतर हैं तो लगन और अनुशासन को लेकर उनका जवाब नहीं. इसलिए हो सकता है कि उनका काबिल दिमाग कुछ और नई चुनौतियों के लिए खुद को तैयार कर रहा हो.
तमाम इंटरव्यू में रितिक सामान्य तौर पर अपने सीरियस अवतार में देखे जा सकते हैं. वो धीरे और काफी मेजर्ड फैशन में खुद को व्यक्त करते हैं. और हमेशा सही बातें बोलते हैं. लेकिन हाल में कपिल शर्मा के शो के दौरान उन्हें तमाम आशंकाओं को परे रखकर शो में काफी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते देखा गया. वो साड़ी में लिपटे हुए देखे गए. ( हालांकि ये मेरी समझ से परे है कि शो के दौरान तीन चार किरदार औरतों के कपड़ों में लिपटे रहते हैं फिर भी शो की टीआरपी नई ऊंचाइयों को छूती रहती है).
प्रिय रितिक आपको ऐसा करने की जरूरत नहीं है. क्योंकि ये मजाकिया नहीं कहा जा सकता.
एक सप्ताह पहले व्हाट्सएप्प पर काबिल और रईस को लेकर कुछ जोक्स शेयर किए गए.
पत्नी – रईस फिल्म देखने चलें ?
पति – मैं उतना काबिल नहीं हूं.
पत्नी – तो काबिल देखने चलें ?
पति – मैं उतना रईस नहीं हूं.
ऐसे जोक्स के बाद एक कार्टून दिखता है. जिसमें पति-पत्नी एक दूसरे पर पैन लहराते हुए दिख रहे हैं और एक लाइन लिखा आता है बाद में उनके बच्चों ने घर पर दंगल देखा. दंगल में आमिर खान ने एक बुजुर्ग पिता का रोल अदा किया. उनके बाल भी सफेद दिखे. बावजूद इसके बॉक्स ऑफिस पर कमाई का सिलसिला जारी रहा. उम्मीद है कि रितिक जैसे तमाम काबिल एक्टर इस बात को सुन रहे होंगे.