गुरुग्राम: बिहार के सीतामढ़ी जिले के सुप्पी थाना क्षेत्र के हरपुर पिपरा गांव निवासी रवि कुमार सिंह नामक शख्स की दिल्ली में गला रेतकर हत्या कर दी गई। वारदात शुक्रवार की रात की बताई जा रही है। बताया गया है कि अपराधियों ने रवि कुमार सिंह को उसके कमरे में घुस कर उसपर हमला किया था। हमला किसी धारदार हथियार से उसके गला पर किया गया था। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि उसकी हत्या रेतकर की गई है। सूचना के बाद रवि के पिता श्याम बाबू सिंह समेत स्वजन दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। रवि दिल्ली में एक कुरियर कंपनी में काम करता था।
गले पर रस्सी के साथ ही कुछ कट के भी निशाने हैं। कार्यालय से लैपटॉप एवं 50 हजार रुपये गायब हैं। इससे लगता है कि लूट के इरादे से हत्या की गई। कंपनी की ओर से माल लेकर पहुंचे एक कर्मचारी ने सबसे पहले शव कार्यालय में नीचे पड़ा देखा। कर्मचारी ने तत्काल अपने अधिकारियों के साथ ही पुलिस को सूचना दी। डीएलएफ फेज-तीन थाना पुलिस ने अज्ञात के साथ खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। मृतक के परिजनों को सूचना दे दी गई है। उनके आने के बाद शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। मूल रूप से बिहार के सीतामढ़ी निवासी रवि कुमार सिंह (24) पालम विहार इलाके में किराये पर रहते थे। वे कुछ महीने से मिंत्रा (बेवसाइट) के लिए डिलीवरी (फ्रेंचाइजी) का काम करते थे। इसके लिए उन्होंने डीएलएफ फेज-तीन के यू-ब्लाक स्थित मकान नंबर 71/34 में कार्यालय बना रखा था। कार्यालय में ही वह माल का स्टॉक कर आगे भेजते थे।
शुक्रवार सुबह जब कंपनी का एक कर्मचारी माल लेकर पहुंचा तो कार्यालय का गेट खुला हुआ था। अंदर जाकर देखा तो शव जमीन पर पड़ा था। चारों तरफ खून पसरा हुआ था। सूचना मिलते ही स्थानीय थाना पुलिस के साथ ही फोरेंसिक लैब की टीम मौके पर पहुंची और छानबीन शुरू की। आरोपित की पहचान के लिए सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की जांच की जा रही है। वैसे बताया जाता है कि कार्यालय के आसपास जो भी कैमरे लगे हुए हैं वे या तो खराब हैं या फिर उनसे कुछ भी पता नहीं चल रहा है। पुलिस की माने तो इस मामले की कई स्तर पर जांच की जा रही है। जल्द ही पूरी सच्चाई सामने लाई जाएगी। क्राइम ब्रांच इस हत्याकांड से पर्दा उठाने के लिए इस मामले में जुट गई है। कार्यालय में कंपनी से माल पहुंचाने वालों से लेकर कार्यालय से माल लेकर ग्राहकों तक पहुंचाने वालों की पहचान तसल्ली पूर्वक की जा रही है। उनसे पूछताछ से सच्चाई सामने आ सकती है। शुक्रवार को भी कुछ लोगों से पूछताछ की गई लेकिन कोई जानकारी सामने नहीं आ पाई।