संवाददाता , चेन्नई: अन्नाद्रमुक प्रमुख वी.के. शशिकला ने आय से अधिक संपत्ति मामले में सुप्रीम कोर्ट द्धारा 4 साल की सजा सुनाए जाने के बाद अाज बेंगलुरू कोर्ट आत्मसमर्पण कर दिया। बेंगलुरु जाने से पहले वह जयललिता के स्मारक और पार्टी संस्थापक एम जी रामचंद्रन के रामपुरम आवास गईं। शशिकला ने मरीन बीच पर जयललिता के स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की और उन्हें धीरे धीरे कुछ कहते देखा गया लेकिन उनकी बात सुनी नहीं जा सकती थी। इससे पहले उच्चतम न्यायालय ने आय से अधिक संपत्ति मामले में जेल की सजा काटने के लिए आत्मसमर्पण करने में कुछ मोहलत मांगने वाली शशिकला की याचिका पर आज सुनवाई से इंकार कर दिया। न्यायमूर्ति पी सी घोष के नेतृत्व वाली एक पीठ ने कहा, ”हम इस पर कोई आदेश नहीं देना चाहते। हम फैसले में कोई बदलाव नहीं करने जा रहे।”
पीठ ने 19 साल पुराने इस मामले में शशिकला एवं दो अन्य को कल दोषी ठहराया था। इसके बाद इदप्पाडी के पलानीस्वामी को अन्नाद्रमुक विधायक दल का नेता चुना गया। शशिकला जयललिता का गत दिसंबर में निधन हो जाने के बाद से उनके पोएस गार्डन आवास में रह रही थीं। उनके वहां से रवाना होने से पहले समर्थकों ने नारेबाजी करके उनका अभिवादन किया। कोर्ट के फैसले के बाद शशिकला अब 6 साल के लिए चुनाव नहीं लड़ सकतीं और 10 साल तक मुख्यमंत्री नहीं बन सकतीं। मुख्यमंत्री की कुर्सी पाने में लगी शशिकला के हाथ में सत्ता की चाबी तो नहीं आई लेकिन इस फैसले के बाद शशिकला ने नया दाव खेला और तत्काल प्रभाव से पन्नीरसेल्वम को पार्टी से निकालते हुए पलासिनामी को विधायक दल का नया नेता चुन लिया।