अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
देश की राजधानी दिल्ली में नागरिकता संशोधन एक्ट को लेकर पिछले तीन दिनों में बवाल हुआ है. हिंसा के इस दौर के बीच दिल्ली पुलिस ने जाफरा बाद मेट्रो स्टेशन पर चल रहे प्रदर्शन को खत्म करवा दिया.यहां बड़ी संख्या में महिलाएं शाहीन बाग की तर्ज पर नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ धरने पर बैठी थीं.तीन दिनों तक दिल्ली में उपद्रवियों ने जो तांडव मचाया, अब बुधवार की सुबह दिल्ली के इस क्षेत्र में शांति है और पुलिस यहां पर तैनात है.
जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के रास्ते में पहले धरना प्रदर्शन के कारण काफी दिक्कतें आ रही थीं और इसी के बाद बवाल की शुरुआत हुई थी. बीजेपी के नेता कपिल मिश्रा ने जाफराबाद,मौजपुर में शुरू हुए धरने के बाद ही तीन दिन के अल्टीमेटम वाला विवादित बयान दिया था. जाफराबाद से इतर दिल्ली के अन्य इलाकों में भी हिंसा हुई.मंगलवार को सीलमपुर, मौजपुर, भजनपुरा और गोकुलपुरी क्षेत्र में उपद्रवियों ने तांडव किया, जिसके बाद पुलिस ने एक्शन लिया.अब बुधवार सुबह दिल्ली के इन क्षेत्रों में पुलिस, सुरक्षाबल तैनात हैं और चप्पे-चप्पे पर नज़र रख रहे हैं. राजधानी में लगातार बिगड़ते माहौल को देखते हुए मंगलवार को दिल्ली पुलिस ने मुस्तैदी से मोर्चा संभाल लिया. दिल्ली के अलग-अलग क्षेत्रों में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी स्थानीय लोगों से बात करते नज़र आए,
इसके अलावा सुरक्षाबलों ने शांतिमार्च भी निकाला.कई क्षेत्रों में पुलिस की ओर से सद्भावना बैठक का भी आयोजन किया गया.मंगलवार शाम को अचानक बिगड़े माहौल के बीच दिल्ली के कई मेट्रो स्टेशन बंद कर दिए गए थे. लेकिन बुधवार सुबह दिल्ली मेट्रो की ओर से ट्वीट कर बताया गया कि अब कोई भी मेट्रो स्टेशन बंद नहीं है, ऐसे में यात्रियों को परेशानी नहीं होगी.आपको बता दें कि पिछले तीन दिनों में दिल्ली में सीएए विरोधी और सीएए समर्थक गुट आमने-सामने आ गए. इस दौरान दिल्ली के कई क्षेत्रों में हिंसक प्रदर्शन हुआ, तोड़फोड़-आगजनी की घटनाएं भी सामने आईं.दिल्ली में हुई हिंसा में अभी तक 17 लोगों की जान चली गई है. दिल्ली के चार क्षेत्रों में कर्फ्यू भी लगा दिया गया है, इनमें जाफराबाद, मौजपुर,बाबरपुर और चांदबाग शामिल हैं.