अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़:हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मनोज जादव ने सभी जिला पुलिस प्रमुखों (सीपी/एसपी) को निर्देश देते हुए कहा कि वे अफवाहें फैला ने या सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के किसी भी प्रयास के प्रति “जीरो टोलरैंस“ नीति अपनाएं। सभी पुलिस अधिकारी अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाएं। सभी पुलिस आयुक्तों और जिला पुलिस अधीक्षकों को लिखित निर्देश जारी करते हुए डीजीपी ने कहा कि सभी पुलिस अधिकारी राज्य में लॉकडाउन को सख्ती से लागू करते हुए कानून व्यवस्था के रखरखाव पर ध्यान केंद्रित करें।
पूजा स्थलों या किसी विशेष समुदाय के सदस्यों पर हमलों की कुछ कथित घटनाओं को ध्यान में रखते हुए, उन्होंने सभी पुलिस अधिकारियों को सतर्क रहने और एहतियाती कदम उठाने के निर्देश दिए। इस तरह की घटनाओं से न केवल अफवाह फैलने बल्कि गलत सूचना से सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचाने व सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ने की संभावित क्षमता होती है। साथ ही, इस तरह के प्रयास कोविड-19 के खिलाफ जारी राष्ट्रीय जंग से प्रशासन का ध्यान भी दूर करते हैं। गृह मंत्री अनिल विज ने भी 6 अप्रैल को आयोजित कानून व्यवस्था पर समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए इस तरह की घटनाओं की बढ़ती प्रवृत्ति पर चिंता जाहिर करते हुए कहा था कि सरकार की अल्पसंख्यकों के खिलाफ अपराध पर “जीरो टोलरैंस“ नीति है। उन्होंने इस तरह के अमानवीय कृत्य में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया था। डीजीपी ने आगे बताया कि कोविड-19 के बारे में सोशल मीडिया पर अभद्र भाषा और अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए, पुलिस ने अब तक 56 मामले दर्ज करके सोशल मीडिया पर फर्जी खबरें या अफवाहें फैलाने के आरोप में 32 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसके अतिरिक्त, धार्मिक अल्पसंख्यकों पर हमलों की घटनाओं के संबंध में 12 मामले दर्ज किए गए हैं,जिसमें अब तक 25 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है।उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे अपने घर पर रहकर लॉकडाउन के नियमों का पालन करें। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि कोई भी सोशल मीडिया पर फर्जी समाचार / अपमानजनक ब्यान फैलाने या सांप्रदायिक सद्भाव को खराब करने की कोशिश करेगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।