अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
पलवल: पलवल में जिला प्रशासन ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के तमाम प्रयासों के साथ-साथ एक ओर बड़ी कार्रवाई की है। जिला के गांव मीरपुर (मीरका) निवासी एक ग्रामीण के खिलाफ जमात के संपर्क में आने के बावजूद प्रशासन को बिना सूचना दिए चोरी छिपे अपने गांव में पहुंचने पर भारतीय दण्ड संहिता की धारा 307 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
बाहर से आने वालों की प्रशासन को दे तुरंत सूचना
उपायुक्त नरेश नरवाल ने यह जानकारी देते हुए बताया कि गांव के सरपंच अनिल ने सराहनीय कार्य करते हुए जिला प्रशासन को संबंधित व्यक्ति के गांव में लौटने की सूचना दी थी जिसके आधार पर उसे सिविल अस्पताल पलवल लाया गया और कोरोना जांच के लिए भेजे गए सेंपल में रिपोर्ट पोजीटिव मिली है। सरपंच को इस सराहनीय कार्य के लिए जिला में आगामी स्वतंत्रता दिवस समारोह पर सम्मानित भी किया जाएगा। उपायुक्त ने जिला के सभी पंच, सरपंच, नंबरदार व चौकीदारों के साथ-साथ स्थानीय निकाय संस्थाओं के प्रतिनिधियों को भी इस समय सतर्क रहते हुए ऐसे लोगों की जानकारी प्रशासन के साथ सांझा करने की अपील की है ताकि समय रहते कोरोना संक्रमित व्यक्तियों को अलग किया जा सके और इसका संक्रमण फैलने से रोका जाए। उन्होंने कहा कि जिला में जो कोई अन्य राज्य या देश से हाल-फिलहाल में आया हो उसे अपनी जानकारी तुरंत जिला प्रशासन को देनी चाहिए अन्यथा सूचना मिलने उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
संपर्क में आए लोगों की ट्रेसिंग शुरू
बता दे कि गांव मीरपुर निवासी एक व्यक्ति बीती सात अप्रैल की रात को आंध्र प्रदेश के गंटूर से चोरी छिपे ट्रक में बैठकर आया था। गंटूर में वह 11 मरकज जमातियों के संपर्क में था। गांव पहुंचने पर उसने किसी को इस बारे में सूचना नहीं दी लेकिन सरपंच अनिल को जब इसकी जानकारी मिली तो उसने तुरंत जिला प्रशासन को सूचित किया। जिसके उपरांत उसे पहले हथीन के सामान्य अस्पताल फिर बुखार से पीडि़त होने के कारण फ्लू क्लीनिक, नागरिक अस्पताल पलवल के लिए लाया गया। पलवल से 9 अप्रैल को सेंपल जांच के लिए भेजा गया और उसकी जांच रिपोर्ट पोजीटिव मिली। उसे अब अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया तथा उसके संपर्क में आने वालों व परिवार को ट्रेस आउट किया जा रहा है।