अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: जिले में कोरोना पॉजिटिव के जिस रफ़्तार से केस बढ़ रहे उस हिसाब से कोरोना ग्रस्त मरीज ठीक नहीं हो रहे हैं, ऐसे में आमजनों के मन में जिला प्रशासन के प्रति रोष उतपन्न होने लगे हैं, आमजनों का कहना हैं कि घर से बाहर निकलने पर कोरोना पॉजिटिव जैसे बीमारी के शिकार होने का खतरा हैं। घरों में कैद होकर बच्चे बहुत परेशान हो चुके हैं। घर के मालिकों जो छोटा-छोटा कारोबार करके अपना गुजरा कर रहे थे उन लोगों को भी दिमागी टेंशन होने लगी हैं क्यूंकि रूटिंग खर्चे के लिए उनके पास अब पैसे खत्म हो गए हैं। और बिलों की लाइने लग गई हैं जो फोन अपना घंटी बजाते रहते हैं। जरुरत हैं जिला प्रशासन को सहूलियत के हिसाब से आमदनी का रास्ता बनाएं. जिससे आमजन राहत की साँस ले सकें।
उप सिविल सर्जन एवं जिला नोडल अधिकारी-कोरोना डा. रामभगत ने बताया कि जिला में अब तक 6465 यात्रियों को सर्विलांस पर लिया जा चुका है, जिनमें से 1685 लोगों का निगरानी में रखने का 28 दिन का पीरियड पूरा हो चुका है। शेष 4776 लोग अंडर सर्विलांस हैं। कुल सर्विलांस में रखे गए लोगों में से 6346 होम आइसोलेशन पर हैं। अब तक 5954 लोगों के सैंपल लैब में भेजे गए थे, जिनमें से 5513 की नेगेटिव रिपोर्ट मिली है तथा 322 की रिपोर्ट आनी शेष है। अब तक 119 लोगों के सैंपल पॉजिटिव मिले हैं, जिनमें से 55 लोगों को अस्पताल में दाखिल किया गया है तथा तीन पॉजिटिव मरीजों को घर पर आइसोलेट किया गया है। इसी प्रकार ठीक होने के बाद 57 मरीजों को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। अब तक चार मरीजो की मौत हो चुकी है।