अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: आईएमटी के पास आगरा नहर में 42 वर्षीय एक शख्स आज दोपहर के लगभग एक बजे अपने जीवन लीला समाप्त करने के उद्देश्य से कूद गया। इस दौरान उसे नहर के पानी में डूबते हुए काफी लोग देख रहे थे पर इनमें से किसी ने उसे बचाने की बिल्कुल कोशिश नहीं की और लोग तमाश बीन बने रहे. इस दौरान इसी रास्ते से एक शख्स गुजर रहा था जिसका नाम अमित बंसल हैं, ने मुंझेड़ी निवासी राजेश कपासिया अपने दोस्त को फोन पर इस घटना के बारे में बताया। उस समय वह सेक्टर-3 में मार्केटिंग कर रहा था। राजेश कपासिया ने मार्केटिंग को छोड़ कर कुछ ही मिनटों में आगरा नहर के पास पहुंच गया और नहर में कूद गया और डूबते हुए शख्स को जीवित अवस्था में तुरंत पानी में से बाहर निकाल लिया और उसके शरीर को दबाने के बाद वह शख्स अपना हाथ पैर खूब हिला रहा था यानी वह बिल्कुल जिंदा था।
इसी दौरान उसे मालूम हुआ कि उसके परिजन मौके पर थे और वह लोग उसे एक निजी अस्पताल में ईलाज कराने के लिए ले गए जहां पर उसकी मौत हो गई। राजेश कपासिया का कहना हैं कि जिस शख्स को उसने अपने जान पर खेल पर बचाया था। वह शख्स मेरा अपना कोई नहीं था। जब से उसे पता चला हैं कि उस शख्स की मौत हो गई हैं, तभी से वह बहुत दुखी हैं। यह भी पता चला हैं कि डूबने वाला 42 वर्षीय शख्स तिगांव का रहने वाला हैं, उसका उसके अपने घर में किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था। इससे वह गुस्से में आकर आगरा नहर में कूद गया। इस बात का लोगों को वहां पर मौजूद उसके परिजनों से लगा था। उस वक़्त वह लोग आपस में बातचीत कर रहे थे। सवाल के जवाब में राजेश कपासिया का कहना हैं कि वहां पर जितने लोग थे। उनमें से कोई एक शख्स भी नहर में कूद कर मुझ से पहले कोशिश करता तो उसकी जिंदगी अवश्य बच जाती हैं। हालांकि उसने यह भी कहा कि उसके साथ एक और लड़का कूदा था। अगर मेरे आने से पहले नहर में कूद कर उसे बचा लेता पर ऐसे बिल्कुल नहीं हुआ। इस मामले में सदर थाना प्रभारी से बातचीत की गई तो उनका कहना हैं कि आइओ अभी मौके पर गया हुआ हैं, उसके आने के बाद ही सही जानकारी मिल पाएगी।