अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़: हरियाणा पुलिस ने कोविड-19 लाकॅडाउन के दौरान नशे के सौदागरों पर ताबड़तौड़ और योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई करते हुए प्रदेश में करोड़ों रुपये मूल्य का 2179 किलोग्राम 327 ग्राम मादक पदार्थ जब्त करने में कामयाबी हासिल की है। पुलिस महानिदेशक मनोज यादव ने आज इस संबंध में खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस ने लाकॅडाउन के मद्देनजर नाईट डोमिनेशन व नाकों को मजबूत कर गश्त को प्रभाव तरीके से बढाया ताकि सभी अवैध व गैरकानूनी गतिविधियों की रोकथाम के लिए मुस्तैदी से पैनी नजर रखी जा सके।
इस दौरान सार्वजनिक आवाजाही पर प्रतिबंध होने से भी पुलिसकर्मियों को नशा कारोबारियों के खिलाफ जंग को तेज करने का अवसर मिला जो मादक पदार्थ तस्करों और उनके हमदर्दों के लिए हानिकारक साबित हुआ। तस्करों पर चाौतरफा हमला करते हुए पुलिस ने राज्य में ड्रग्स सप्लाई के उनके सभी मंसूबों पर पानी फेर दिया। उन्होंने कहा कि दो महीने के लॉकडाउन में एनडीपीएस एक्ट के प्रावधानों के तहत 326 मामले दर्ज कर 23 मार्च से 23 मई, 2020 के बीच 506 आरोपियों को ड्रग्स रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
जब्त मादक पदार्थ का विवरण देते हुए डीजीपी ने बताया कि इस दौरान पुलिस ने 288 किलो 341 ग्राम गांजा, 1341 किलो 462 ग्राम चूरा/डोडा पोस्त, 14 किलो 91 ग्राम हेरोइन, 11 किलो 6 ग्राम अफीम, 331 किलो 514 ग्राम गांजा पत्ती, 56 किलो 46 ग्राम चरस, 844 ग्राम स्मैक, 23 किलो डोडा पोस्त, 115 किलो अफीम के पौधे, 92,305 नशीली प्रतिबंधित गोलियां/कैप्सूल और 1565 सिरप जब्त की। एनडीपीएस के सर्वाधिक 97 मामले सिरसा जिले में दर्ज किए गए जबकि फतेहाबाद में 41 और रोहतक जिले में 27 मामले दर्ज किए गए। डीजीपी ने कहा कि लाकॅडाउन की आड में मादक पदार्थ तस्करों ने नशे को प्रदेश में धकेलने की पूरी कोशिश की, लेकिन हमारी सतर्क पुलिस टीमों ने उनके अधिकांश प्रयासों को विफल कर दिया।