अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: शहर में बदमाशों के हौसले किस कदर बुलंद हैं, इसकी बानगी मंगलवार रात करीब 10:30 बजे बल्लभगढ़ के सिविल अस्पताल में देखने को मिली। बेखौफ हमलावरों ने बल्लभगढ़ सिविल अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के अंदर रिटायर्ड लेक्चरर उमाशंकर निवासी सेक्टर-2 की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी। इस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर एक आरोपित को गिरफ्तार भी किया है।
पुलिस को दी शिकायत में मृतक के भाई पूरनमल ने बताया कि उमाशंकर का सेक्टर-2 स्थित साईं कृपा धाम सोसाइटी में फ्लैट नंबर 203 है। उमाशंकर इसी सोसायटी के प्रधान थे। इसी सोसायटी में महेश, दीपक, मनीष सक्सेना, प्रेम कुमार, चिराग पर सोसायटी का लेन-देन बकाया था। प्रधान होने के नाते उमाशंकर हिसाब करने को कहते रहते थे। जिस पर उपरोक्त व्यक्तियों ने कई बार पहले भी उमाशंकर के साथ झगड़ा किया था। इसमें प्रेम कुमार के खिलाफ पहले भी सोसायटी की ओर से मुकदमा दर्ज है। मंगलवार 16 जून की रात्रि करीब आठ बजे उपरोक्त व्यक्तियों ने उमाशंकर और उनके पुत्र नरेश को घेर लिया और मारपीट शुरू कर दी। मृतक उमाशंकर का एक पुत्र इंग्लैंड में रहता है। पूरनमल के अनुसार इस पर वो स्वयं, सतेंद्र, पवन, उमा शंकर व नरेश कानूनी कार्रवाई के लिए अग्रसेन पुलिस चौकी बल्लभगढ़ पहुंचे। जहां पुलिस ने उमाशंकर को मेडिकल कराने के लिए सिविल अस्पताल बल्लभगढ़ भेज दिया।
रात्रि करीब 10.30 बजे अस्पताल में दीपक, महेश, मनीष सक्सेना और प्रेम कुमार पहले से ही वहां बैठे थे। जब अंदर वार्ड में उमाशंकर मेडिकल करा रहा था, आरोप है कि तभी महेश का बेटा पीयूष उर्फ पासु चिराग के साथ आया। वहां भी उमाशंकर को धमकी दी और इसके बाद चाकू निकाल कर पीयूष ने उमाशंकर पर हमला कर दिया। पूरनमल के अनुसार हम सब बचाव के लिए आगे आए, तो हमलावर धमकी देते हुए भाग गए। इस पर पुलिस को सूचित किया गया और बुरी तरह घायल उमाशंकर को निजी अस्पताल लेकर गए,पर वहां डॉक्टर ने उमाशंकर को मृत घोषित कर दिया। थाना आदर्श नगर पुलिस ने इस बाबत आरोपितों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। थाना के सब इंस्पेक्टर सोमवाल इस मामले के जांच अधिकारी है। यह जानकारी मिली है कि पुलिस ने मुख्य हमलावर पीयूष को गिरफ्तार कर लिया है।