अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चण्डीगढ: हरियाणा पुलिस की स्टेट क्राइम ब्रांच एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग के सहायक उपनिरीक्षक राजेश कुमार तथा उसकी टीम ने कठिन प्रयासों से 4 लापता बच्चो को उनके माँ – बाप से मिलवाया है। यह जानकारी पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता ने दी। प्रवक्ता के अनुसार 1 बच्चा 8 महीने तथा 3 बच्चे 3-3 महीने से लापता थे। उपरोक्त 8 महीने से गुमशुदा लड़के का नाम कल्पनिक साहिल आयु 12 वर्ष पापा का नाम शहादत अली निवासी गांव नई बस्ती बागपत, जिला बागपत है।
इस बच्चे की जानकारी सहायक उप-निरीक्षक राजेश कुमार को दिनांक 28 मई को वेलफेयर अधिकारी डीएमआरसी दिल्ली ने बताया कि एक बच्चा हमारे पास है उस बच्चे की फोन के द्वारा काउंसलिंग की गई जो कि बच्चा बागपत बोल रहा था और कोई जानकारी नहीं थी। बागपत पुलिस की मदद से 5. जून 2020 को बच्चे के परिवार की तलाश की गई और वीडियो कांफ्रेंस के द्वारा एक दूसरे से बात कराई गई दोनों ने एक दूसरे को पहचान लिया। दिनांक 8 जून 20 को दिल्ली सीडब्ल्यूसी के आदेश से बच्चे को परिवार के हवाले कर दिया गया।
इसी प्रकार 3 बच्चो को जो कि पिछले तीन माह से फरीदाबाद, मध्य प्रदेश तथा नरेला दिल्ली से लापता थे। फरीदाबाद से लापता बच्चे का काल्पनिक नाम सोनू आयु 7 वर्ष, दिल्ली से लापता हुए बच्चा जिसका काल्पनिक नाम मोनू ,उम्र 12 साल है तथा मध्य प्रदेश से लापता बच्चे का काल्पनिक नाम राजू ,आयु 15 वर्ष मनबुद्धि बोलने में असमर्थ है।प्रवक्ता ने आगे बताया कि उपरोक्त सभी बच्चो को सीडब्ल्यूसी के आदेश से परिवार के हवाले कर दिया गया है। सभी बच्चे अपने माता-पिता के पास पहुचकर बेहद खुश थे तथा उनके माता-पिता ने भी हरियाणा पुलिस की स्टेट क्राइम ब्रांच के सहायक उपनिरीक्षक राजेश कुमार तथा उसकी टीम के कठिन प्रयासों की दिल से सराहना की है।