अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
नोएडा: उत्तर प्रदेश के शिक्षा विभाग में हुए फर्जीवाड़े की परतें अब खुलने लगी हैं। गौतमबुद्ध नगर के शिक्षा विभाग में एक और अनामिका शुक्ला के मिलने से विभाग के कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं। दूसरे के नाम पर शिक्षिका बन सरकार को करोड़ों का चूना लगाने वाली अनामिका शुक्ला का नाम अभी लोग भूल भी नहीं पाए थे कि गौतमबुद्ध नगर में मनीषा मथुरिया नाम की एक और अनामिका शुक्ला कांड सामने आया है। आरोप है कि मनीषा मथुरिया बीते 10 वर्षों से शिक्षिका के तौर पर काम कर रही है। विभाग ने उसे बर्खास्त कर उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया है। शिक्षिका फरार बताई जा रही है।
गौतमबुद्ध नगर के बेसिक शिक्षा अधिकारी धीरेंद्र कुमार ने बताया कि दूसरे की बीएड की डिग्री पर नौकरी करने वाली शिक्षिका मनीषा मथुरिया का फर्जीवाड़ा सामने आया है। इस मामले के उजागर होने के बाद से ही शिक्षिका फरार है। उन्होंने बताया कि मनीषा मथुरिया बीते 10 वर्ष से फर्जी डिग्री पर नौकरी कर रही थी। शिक्षिका की तैनाती ग्रेटर नोएडा के नवादा गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय में थी। खंड शिक्षा अधिकारी हेमंत सिंह ने शिक्षिका के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में कोतवाली बीटा-2 में एफआईआर दर्ज कराई है। बीएसए ने बताया कि शिक्षिका को बर्खास्त कर उसके द्वारा लिए गए वेतन की रिकवरी के आदेश दिए हैं।