नई दिल्ली/अजीत सिन्हा
भारतीय जनता के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने आज पार्टी मुख्यालय में 21वीं कारगिल विजय दिवस के अवसर पर पार्टी पदाधिकारियों और पूर्व सैनिकों को संबोधित किया. इससे पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कारगिल युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि भी दी. राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा की कारगिल की लड़ाई मां भारती के वीर सपूतों के शौर्य का प्रतीक है। भारतीय सैनिकों के अदम्य साहस,शौर्य और समर्पण का मैं हृदय से वंदन करता हूं। राष्ट्र की संप्रभुता की रक्षा करते हुए अपनी वीरता का परचम लहराने वाले मां भारती के सभी योद्धाओं का संपूर्ण राष्ट्र सदैव कृतज्ञ रहेगा। कारगिल युद्ध में भारत के वीर सैनिकों ने विपरीत परिस्थिति में भी जिस पराक्रम का परिचय देते हुए विजय हासिल की उसपर सभी देशवासियों को गर्व है और आने वाली पीढियां उसे सदैव याद रखेगी.
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि 21 साल पूर्व जब भारतीय सैनिक बॉर्डर पर कारगिल की लड़ाई लड़ रही थी, तो राजनीतिक लीडरशिप अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर लड़ाई लड़ रही थी। तत्कालीन पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन से बीच बचाव का आग्रह किया था. कई संदेश अटल जी के पास भी आए थे। लेकिन अटल जी ने अपनी दृढ इच्छाशक्ति दिखाते हुए कहा था कि भारत युद्ध विराम तब तक नहीं करेगा, जब तब हम
पाकिस्तान को पछाड़कर अपनी सीमाओं को सुरक्षित नहीं कर लेते. राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी सीमा पर किसी भी प्रकार के
अतिक्रमण के प्रति जीरो टोलेरेंस की नीति को अपनाते हुए सेना के मनोबल को बनाए रखा है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का देश की सेना के प्रति लगाव और देश की सुरक्षा के प्रति उनकी चिंता इसी बात से लगाई जा सकती है कि उनकी हर दीवाली फौज के जवानों के साथ बॉर्डर पर मनती है। ये संदेश है कि त्योहारों पर भी जो देश की सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं, उनके साथ देश का प्रधानमंत्री खड़ा है. लद्दाख स्टैंड ऑफ में भी प्रधानमंत्री खुद गए थे, उन्होंने बैठकें भी कीं, जवानों का हालचाल भी पूछा। प्रधानमंत्री जी के एजेंडा में रक्षा का विषय फोकस पर रहा है.प्रधानमंत्री द्वारा हर तरह से चिंता की गई कि फौज को फोकस में रखकर सभी जरूरी कार्य पूरे किए जाएं.
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा की 40 वर्षों से वन रैंक-वन पेंशन का मामला चल रहा था, लेकिन इसके साथ हमेशा राजनीति हुई। लेकिन देश की जनता ने 2014 में प्रधानमंत्री मोदी जी पर भरोसा दिखाते हुए उन्हें भरपूर समर्थन दिया. अब हम गौरव के साथ कह सकते हैं कि वन रैंक-वन पेंशन का वादा पूरा करने का काम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया और इसके लिए करीब 33,000 करोड़ रुपये देकर
उन्होंने सभी भुगतान अब तक पूरे करा दिए. राष्ट्रीय अध्यक्ष ने केंद्र की पिछली यूपीए सरकार पर निशाना साधते हुए कहा की यूपीए के समय लगभग 72 प्रोजेक्ट बॉर्डर के लिए तय किये गए थे, लेकिन किसी पर भी काम पूरा नहीं हुआ. आज गर्व के साथ कहा जा सकता है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में वे सभी 72 प्रोजेक्ट्स पूरे होने के अंतिम कगार पर हैं. राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कांग्रेस सरकार द्वारा सीमा सुरक्षा को लेकर बरती गयी लापरवाही का जिक्र करते हुए कहा कि 2008 से लेकर 2014 तक 3,610 किमी सड़कें बॉर्डर एरिया में बनीं जबकि 2014 से 2020 तक 4,764 किमी सड़कें बॉर्डर एरिया में बनाई जा चुकी हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की दृढ इच्छशक्ति के कारण करीब 36 राफेल विमान, 28 अपाचे और 15 चिनूक हेलिकोप्टर आ गए। बुलेट प्रूफ जैकेट आज भारत बना ही नहीं रहा बल्कि एक्पोर्ट भी कर रहा है. यह बदलते भारत की बदलती तस्वीर है।