अजीत सिन्हा की
रिपोर्ट चंडीगढ़: हरियाणा पुलिस द्वारा पुरानी रंजिश के मामलों की मैपिंग के लिए किए गए एक विशेष अभियान के परिणामस्वरूप संभावित हत्या की घटनाओं में 17 प्रतिशत की गिरावट आई है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था),नवदीप सिंह विर्क ने आज यहां बताया कि पुलिस द्वारा ऐसे मामले जो पुरानी दुश्मनी के कारण एक हिंसक घटना या हत्या का रूप ले सकते थे, की पहचान करने और उनका विश्लेषण करने के लिए राज्य भर में 2 जुलाई से 15 जुलाई, 2019 तक मैपिंग की गई थी। पुलिस टीमों ने 178 संभावित हत्या/विवाद बिंदुओं में ’व्यक्तिगत प्रतिशोध या रंजिश’ के बारे में व्यवस्थित रूप से अध्ययन किया और उसके बाद नियमित रूप से उनकी निगरानी की जिसके परिणामस्वरूप हत्या के 31 मामले कम हुए।
’पुरानी रंजिश’ को मर्डर का सबसे काॅमन कारण बताते हुए विर्क ने कहा कि वर्ष 2018 और 2019 के प्रथम छः माह में हत्या की घटनाओं का किया गया विश्लेषण राज्य में क्रमशः 528 और 590 के आंकड़े के साथ एक बढ़ती प्रवृत्ति को दर्शाता है। लेकिन पुलिस द्वारा की गई मैपिंग ड्राइव के बाद से, 2019 के सैकेंड हाफ में 2018 की इसी अवधि की तुलना में हत्या के मामलों में 31 केसों की गिरावट दर्ज की गई है।
जहां 1 जुलाई 2018 से 31 दिसंबर 2018 तक 573 मामले दर्ज किए गए, वहीं 2019 की इसी अवधि में यह आंकडा 17 प्रतिशत की गिरावट के साथ 542 रहा। इस प्रकार हमारे प्रयासों ने कई संभावित हत्याओं पर अंकुश लगाया। सितंबर के प्रथम पखवाडे में फिर से मैपिंग की योजना उन्होंने कहा कि विगत वर्ष की गई कार्रवाई के सकारात्मक परिणाम मिलने पर इस प्रकार का दूसरा अभियान 1 से 15 सितंबर 2020 तक चलाने की योजना बनाई गई है।