अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: थाना शहर बल्लभगढ़ पुलिस ने आज एक प्रिंटिंग प्रेस के मालिक संजीव कुमार को आत्महत्या के लिए उकसाने और ब्लैकमेल करने के दो आरोपितों को गिरफ्तार किया हैं. गिरफ्तार किए गए आरोपितों में एक महिला और एक स्वामी शामिल है। आरोपितों के पास से पुलिस ने उस वीडियो को भी बरामद कर लिया जिसे दिखा कर आरोपितों ने मृतक संजीव कुमार को ब्लेकमैल किया करते थे। अब तक आरोपितों ने मृतक संजीव कुमार से लगभग 15 लाख रूपए बलैकमेल करके ऐंठ चुके थे। यह खुलासा आज एसीपी श्रीमती धारणा यादव ने किया ।
एसीपी श्रीमती धारणा यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि बीते 24 अगस्त को स्पर्श ने थाना शहर बल्लभगढ़ पुलिस को लिखित शिकायत दी थी, कि उसका पिता संजीव कुमार घर से लापता है, और घर से एक हस्तलिखित नोट मिला है जिस पर पुलिस ने भारतीय दंड सहिंता की धारा 346 ,384, 506,34 IPC के तहत मुकदमा दर्ज किया था। इस पर थाना शहर बल्लभगढ़ पुलिस ने संजीव कुमार की गाड़ी सेक्टर- 8 श्मशान घाट के पास गुडगांव कैनाल के ऊपर बने पुल पर मिली थी। उनका कहना हैं कि पुलिस मामले की हर एंगल से जांच कर रही थी। शनिवार 29 अगस्त को पुलिस को संजीव कुमार की डेड बॉडी गुरुग्राम कैनाल में मिली थी। उधर, इस मुकदमे में प्रिंटिंग प्रेस मालिक संजीव कुमार के पास काम करने वाली गिरफ्तार महिला ने 28 अगस्त 2020 शाम को महिला थाना बल्लभगढ़ में गुमशुदा, संजीव कौशिक के खिलाफ रेप की शिकायत दी थी जिस पर महिला थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया था।
एसीपी धारणा यादव ने बताया कि पुलिस को मृतक संजीव कुमार के द्वारा लिखे नोट मे कहा कि उसकी प्रिंटिंग प्रेस में काम करने वाली एक महिला और विनोद एक अन्य आरोपित स्वामी के साथ मिल कर पिछले 1 साल से मुझे ब्लैकमेल कर रहे थे। इन तीनों ने मुझे फसाने के लिए पूरा का पूरा प्लान बनाया था। तीनों मुझसे लगभग 15 लाख रुपए ऐंठ चुके हैं। जिस पर थाना शहर बल्लभगढ़ पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने और ब्लैकमेल करने के तहत मामला दर्ज किया है। पूछताछ पर महिला आरोपित ने बताया कि वह काफी सालो से मृतक संजीव कुमार की प्रिंटिंग प्रेस पर काम करती थी ,और विनोद भी मेरे साथ काम करता है। मोटी कमाई को देखकर हम दोनों ने मृतक संजीव कुमार को फसाने के लिए और उसके पैसे हड़पने के लिए प्लानिंग बनाई थी। प्लानिंग के तहत महिला आरोपित ने मृतक संजीव के साथ प्रेम का जाल रचा और प्रिंटिंग प्रेस में काम करने वाले आरोपित विनोद ने मृतक संजीव और आरोपित महिला की एक वीडियो बना ली। वीडियो के बारे में आरोपित महिला को पता था कि वीडियो बन रही है,लेकिन मृतक संजीव कुमार को इस बारे में नहीं जानता था। वीडियो के आधार पर आरोपित महिला, विनोद और स्वामी के साथ मिलकर पिछले एक साल से प्रिंटिंग प्रेस के मालिक मृतक संजीव कुमार को ब्लैकमेल कर रहे थे। ब्लैकमेल करके आरोपित मृतक संजीव कुमार से अब तक ₹15 लाख रूपए ऐंठ चुके थे।
श्रीमती यादव ने बताया कि आरोपित स्वामी का असली नाम कृपाल सिंह है जो कि मथुरा यूपी का रहने वाला है। अभी फिलहाल आरोपित पलवल में रह रहा था । आरोपित अपने आप को बाबा बताता था। आरोपित महिला मृतक संजीव कुमार को स्वामी के पास लेकर जाती थी। मृतक संजीव कुमार की डेड बॉडी मिलने पर आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा जोड़ दी गई हैं । इस केस की आरोपित महिला ने 1 दिन पहले महिला थाना बल्लभगढ़ में मृतक संजीव कुमार के खिलाफ बलात्कार का मामला भी दर्ज कराया था। ताकि अगर कोई बात हो तो उस पर ना आए। श्रीमती यादव ने बताया कि आरोपित महिला और स्वामी/ बाबा उर्फ कृपाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है एक अन्य आरोपित विनोद अभी फरार है उसकी तलाशी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है उसको भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।