अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
नॉएडा: जाति न पूछो साधु की, पूछ लीजिये ज्ञान, कबीर के इन बोल से सभी वाकिफ है…लेकिन युग बदला जरूरतें बदलीं बैल गाड़ी, ऊंट गाड़ी हाथ गाड़ी से होते हुए आज इंसान महंगी लक्सरी कार का सफर कर रहा है लेकिन क्यों कि उसे अपनी जाति/ ओहदा दिखाने की बीमारी थी वो इसके लिए अपनी गाड़ियों का इस्तेमाल कर रहा था. जैसे ही कोई गाड़ी खरीदते है जाति लिखवाना नहीं भूलते है गाड़ियों पर जातिसूचक स्टीकर पेंट करवाए जाने को लेकर केंद्र सरकार के नए निर्देश के बाद यूपी में कार्रवाई शुरू हो गई है, इसके चलते यूपी के कई शहरों में पुलिस ने जाति लिखे स्टीकर वाले गाड़ियों के खिलाफ कार्रवाई की है,
ये है “पाठक जी “ जब पुलिस ने इनकी गाड़ी रोकी तो पाठक जी पुलिस पर आगबबुला हो गए बोले कि ये नियम बिल्कुल ग़लत है और उन्हें अपनी जाति पर गर्व है इसलिए उन्होंने अपनी गाड़ी पर अपनी जाति लिखवाई हुई है..अगर ब्राह्मण ब्राह्मण नहीं लिखवाएगा तो क्या लिखवाएगा ये बिल्कुल ग़लत नियम है अगर आपने अपनी गाड़ी पर अपनी जाति लिखवाई है तो आपको जुर्माना भरना ही होगा .. यूपी पुलिस पूरे प्रदेश में ऐसी गाड़ियों का चालान कर रही है ..ज़रा इस गाड़ी को देखिए पीछे शीशे पर बड़े-बड़े शब्दों में इनकी जाति लिखी हुई है, जब पुलिस ने रोका तो ज़रा इनके तेवर देखिए …यार दिमाग मत ख़राब कर मुझे अच्छा लगा इसलिए लिखवाया.. कुछ लोग अपनी ग़लती मानते हुए आगे से ऐसा न करने की बात भी करते नज़र आए ..
आदेश के मुताबिक़ अगर गाड़ी में नंबर प्लेट से लेकर कहीं भी जाति या फिर जाति सूचक शब्द लिखा है तो 500 रू के दंड से लेकर गाड़ी सीज़ करने तक का प्रावधान है अशुतोष कुमार सिंह, ट्रैफ़िक इंस्पेक्टर नोएडा नए आदेश के मुताबिक़ धारा 177 के तहत चालान हो रहा है। पुलिस ऐसी गाड़ियों को रोक कर चालान तो काट देगी .. ये जाति वाले स्टीकर भी हट जाएंगे पर समाज की जातिवादी मानसिकता बदलने में अब भी बहुत वक़्त लगने वाला है..