अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
नोएडा के सेक्टर 30 स्थित चाइल्ड पीजीआई समेत छह केन्द्रो में कोरोना वैक्सीन के लिए ड्राई रन सफलता पूर्वक सम्पन हो गया है। वैक्सीन लगाने का पूर्वाभ्यास तीन चरणों में किया जाना है। वैक्सीन का ड्राई रन सबसे पहले स्टाफ नर्स स्वेता राय पर हुआ। स्टाफ नर्स की प्रथम चरण में आईडी कार्ड से पहचान, दूसरे में वैक्सीनेशन और तीसरे में पूरी की ऑब्जरवेशन प्रक्रिया होती है। ड्राई रन के लिए चाइल्ड पीजीआई में दो केंद्र बने हैं। प्रत्येक केंद्र पर 25-25 कर्मचारियों पर पूर्वाभ्यास किया गया है।
जिले को जल्द ही कोरोना की वैक्सीन मिलने की उम्मीद है। डीएम सुहास एलवाई और सीएमओ डॉ दीपक ओहरी के देखरेख इस ड्राई रन की शुरुआत सेक्टर-30 स्थित चाइल्ड पीजीआइ से की गई। इसके लिए जिले में 300 कर्मचारियों के साथ ड्राई रन (पूर्वाभ्यास) किया गया। शहरी क्षेत्र में सेक्टर-30 स्थित चाइल्ड पीजीआइ, ग्रेटर नोएडा स्थित जिम्स व शारदा और ग्रामीण क्षेत्र में भंगेल व बिसरख सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) बिसरख ये ड्राई रन सफलता पूर्वक किया गया। कोरोना वैक्सीन का ट्रायल तीन चरणों में पूरा किया जाएगा। सर्वप्रथम व्यक्ति को वेटिग एरिया में बैठाकर उसके आधार व वोटिग कार्ड से पहचान की जाएगी, इसके बाद वैक्सीनेशन कक्ष में बुलाया जाएगा और वैक्सीन के बाद अलग कक्ष में बैठाकर 30 मिनट तक उसकी निगरानी की जाएगी। इस दौरान यदि कोई गंभीर प्रतिक्रिया दिखाई देने पर व्यक्ति को तत्काल वार्ड में भर्ती किया जाएगा।
ड्राई रन के लिए सेक्टर-30 स्थित चाइल्ड पीजीआइ में रिसेप्सन एरिया को वेटिग रूम, प्रथम तल पर ओपीडी में छह वैक्सीनेशन कक्ष और निगरानी कक्ष तैयार किए गए हैं। पीएसआइयू में 30 बिस्तरों का वार्ड तैयार है। भंगेल सीएचसी व अन्य केंद्रों में भी अलग-अलग कक्ष तैयार है। प्रथम चरण में 22,126 स्वास्थ्य कर्मियों को लगेगा टीका लगाया जाना प्रस्तावित है। इनमें 5,241 कर्मचारी सरकारी और 16,887 निजी अस्पतालों का स्टाफ है। इस अभियान में भाग लेने वाली नर्सो लोग से अपील की वे किसी भ्रम ने न रहे न ही किसी अफवाह पर ध्यान दे। वैक्सीनेशन प्रथम चरण में मुख्य रूप से स्वास्थ्य विभाग, आशा-आंगनबाडी कार्यकत्री शामिल किए गए हैं। दूसरे चरण में पुलिस, सशस्त्र बल, होमगार्ड, जेल कर्मचारी, आपदा प्रबंधन और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को टीका लगेगा। तीसरे चरण में 50 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों तथा 50 वर्ष से कम डायबिटीज, सांस, कैंसर, उच्च रक्तचाप आदि रोगों से ग्रसित लोगों को टीका लगाया जाएगा।