अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
नोएडा और ग्रेटर नोएडा, एनसीआर के उन शहरों में शामिल हैं, जहां राष्ट्रीय हरित अधिकरण ने बिगड़ती वायु गुणवत्ता के मद्देनजर पटाखों की बिक्री और इस्तेमाल पर पूरी तरह पाबंदी लगा रखी है। इसके वावजूद लोग अवैध पटाखे बनाने का कारोबार कर रहे है। ग्रेटर नोएडा दादरी थाना क्षेत्र में मथुरापुर गांव के जंगल में पुलिस और आबकारी विभाग की टीम ने छापेमारी कर ऐसी ही पटाखे की अवैध फैक्टरी पर्दाफाश किया है। इस फैक्टरी से तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि दो लोग फरार हो गए हैं। ये लोग वांशिग पाउडर बनाने की आड़ में फैक्टरी चला रहे थे। पुलिस ने मौके से कई मशीनों और भारी मात्रा में अवैध पटाखों को बरामद किया है।
डब्बो में बंद पटाखे, बारुद और पटाखे बनाने की मशीन के साथ, पटाखे बनाते हुए तीन लोगो को पुलिस और आबकारी विभाग की टीम ने छापेमारी के गिरफ्तार किया है। एडिशनल डीसीपी ग्रेटर नोएडा विशाल पांडे ने बताया कि फैक्टरी से पुलिस ने जय भगवान, महेंद्र, रामगोपाल गिरफ्तार किया है, जबकि आकाश और मनीष मौके से फरार होने में सफल हो गए। जिनकी गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है। वांशिग पाउडर बनाने की आड़ में पटाखे की अवैध फैक्टरी चल रही है ये गुप्त रूप मिली सूचना के बाद ये छापेमारी की गई।
छापेमारी के दौरान पटाखे बनाने में प्रयोग होने वाली 5 मशीने व अन्य उपकरण, 13 बोरे व 3 कार्टून पैक बने हुए पटाखे, भारी मात्रा में अधबने पटाखे व पटाखे बनाने की सामग्री, 5 ड्रम आइसोप्रोपाइल अल्कोहल व एक पिकअप व एक स्कार्पियो गाड़ी बरामद हुए है। विशाल पांडे ने बताया कि पिछले कई माह से अवैध पटाखे की फैक्टरी कई माह से चल रही थी। आरोपियों के पास फर्जी दस्तावेज भी मिले हैं जिनकी जांच की जा रही है। पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ करने में जुटी है कि यह विस्फोटक सामग्री कहां कहां सप्लाई की जाती थी।