अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: एसजीएम नगर एरिया में बुजुर्ग दंपति को अकेला देखकर लूट की कोशिश करने के एक मामले में क्राइम ब्रांच सेक्टर- 48 को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। क्राइम ब्रांच सेक्टर- 48 ने इस मामले को सुलझाते हुए मुख्य आरोपित सहित तीन आरोपितों को अरेस्ट किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपितों की पहचान ज्ञानी सिंह निवासी गोपालपुरी, बुलंदशहर यूपी, रंजन पात्रा निवासी जिला केंद्रपाड़ा उड़ीसा, रामरतन उर्फ रामू निवासी कोसीकला, मथुरा यूपी के रूप में हुई है।
पुलिस बताते हैं कि मुख्य आरोपित ज्ञानी सिंह ने एसजीएम नगर में एक मकान में देखा कि इसमें एक बुजुर्ग दंपति अकेले रहते हैं और इनको आराम से लूटा जा सकता है जिस पर ज्ञानी सिंह ने बीते 1 फरवरी 2021 को अपने अन्य साथी रंजन पात्रा, राम रतन, किशन, विनोद और बंटी के साथ मिलकर लूट की वारदात को अंजाम देने की कोशिश की थी। जिस पर आरोपितों के खिलाफ लूट करने की कोशिश और शस्त्र अधिनियम के तहत मामला थाना एसजीएम नगर में दर्ज किया गया था। बुजुर्ग दंपति का शोर सुनकर आसपास के लोग इकट्ठे हो गए और उन्होंने पुलिस को फोन किया। पुलिस और क्राइम ब्रांच सेक्टर- 48 के पहुंचने से पहले आरोपित मौके से फरार हो चुके थे। लेकिन मुख्य आरोपित ज्ञानी सिंह भीड़ में शामिल हो गया था। लेकिन दंपति के पहचानने पर उन्होंने शोर मचाया की एक आरोपित यह भी था तो मौके पर मौजूद क्राइम ब्रांच सेक्टर- 48 की टीम ने आरोपित को वही पर धर दबोचा।
पूछताछ पर आरोपित ज्ञानी सिंह ने बताया कि एसजीएम नगर एरिया में उसने रेकी की थी जिस पर उसको पता लगा कि एक घर में दंपत्ति बुजुर्ग अकेले रहते हैं। जिस पर उसने अपने अन्य साथियों सहित वारदात को अंजाम देने के लिए कोशिश की थी। वारदात में प्रयोग किया गया अवैध हथियार एक देसी कट्टा ,एक जिंदा कारतूस आरोपित बंटी ने उपलब्ध कराया था। पुलिस ने आरोपितों से एक देसी कट्टा और एक जिंदा कारतूस बरामद कर तीनों आरोपितों को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया है अन्य तीन आरोपित किशन, विनोद और बंटी के ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है उनको भी जल्द गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।