नई दिल्ली/ अजीत सिन्हा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज असम के तामुलपुर में आयोजित विशाल जन-सभा को संबोधित किया और असम की जनता से पहले दो चरणों की भांति तीसरे और आखिरी चरण के मतदान में भी जोर-शोर से भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में मतदान करने की अपील की।मोदी ने कहा कि असम की जनता के प्यार और आशीर्वाद से स्पष्ट है कि असम में भाजपा के नेतृत्व में एनडीए की पूर्ण बहुमत से सरकार बनना तय है। यहाँ की महान जनता ने असम को हिंसा में झोंकने वालों को नकार दिया है। दो चरणों के मतदान के बाद यह स्पष्ट है कि असम में फिर से एक बार एनडीए की सरकार बनने जा रही है, ये असम की जनता ने निश्चय कर लिया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने अपने समय में असम को हिंसा और बम-बंदूक का लंबा दौर दिया जबकि एनडीए सरकार असम के हर नागरिक को साथ लेकर शांति और समृद्धि के रास्ते पर आगे बढ़ रही है। यहाँ की जनता को असम की पहचान का बार-बार अपमान करने वाले और असम को दशकों तक हिंसा और अस्थिरता देने वाले लोग बर्दाश्त नहीं। असम के नागरिक अब विकास, स्थिरता, शांति और भाईचारा चाहते हैं और इसी सद्भावना के साथ वे आगे बढ़ रहे हैं। हमारा तो मंत्र है – सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास। मोदी ने कहा कि असम में हो रहा विकास यहां पर कनेक्टिविटी बढ़ा रहा है, जनता का जीवन आसान बना रहा है, यहां पर नए अवसर बना रहा है और नौजवानों के लिए नए अवसर उपलब्ध करा रहा है। हम जब भी कोई योजना बनाते हैं, तो सबके लिए बनाते हैं। हर क्षेत्र के लोगों को, हर वर्ग के लोगों तक, बिना भेदभाव, बिना पक्षपात, उस योजना का लाभ पहुंचाने के लिए हम कड़ी मेहनत करते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में कुछ बातें ऐसी गलत चल रही हैं कि अगर हम समाज में भेदभाव करके, समाज के टुकड़े करके अपने वोट बैंक के लिए कुछ दे दें, तो दुर्भाग्य देखिए, उसे देश में सेक्युलरिज्म कहा जाता है। लेकिन अगर सबके लिए काम करें, बिना भेदभाव के सबको देते हैं, तो कहते हैं कि ये कम्युनल हैं। सेक्युलरिज्म -कम्युनिज्म के इस खेल ने देश का बहुत नुकसान किया है। विकास में भेदभाव हमारा सिद्धांत नहीं है, हम लोग तो राष्ट्रनीति के लिए जीने वाले लोग हैं। हम परिश्रम करने वाले लोग हैं, समाज की सेवा के लिए दिन-रात एक करने वाले लोग हैं, विकास के लिए ईमानदारी से काम करने वाले लोग हैं। असम की जनता आज देख रही है कि ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ हमारी नीति में भी है और नीयत में भी। मोदी ने कहा कि आज गरीबों को पक्का घर मिल रहा है तो हर जनजाति को मिल रहा है, शौचालय या गैस कनेक्शन मिला है तो सभी को बिना भेदभाव मिला है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ भी हर
किसी को मिला है फिर वो छोटा हो या बड़ा किसान, सभी को लाभ मिल रहा है। आयुष्मान भारत के तहत पांच लाख रुपये तक का वार्षिक इलाज हर गरीब को मुफ्त में मिला है। हमने कोई भेदभाव नहीं किया। यही हमारे सिद्धांत हैं। राजनीति से परे राष्ट्रनीति के तहत जीने वाले लोग है हम। प्रधानमंत्री ने कहा कि एनडीए सरकार मानती है कि किसी भी क्षेत्र के लोगों का विकास भेदभाव से नहीं, सद्भाव से होता है। इसी सद्भावना का परिणाम है कि लंबे इंतज़ार के बाद ऐतिहासिक ‘बोडो अकॉर्ड’ तक हम पहुंच पाए। इतनी तादाद में आई महिलाओं को देखकर मैं बहुत खुश हूं। हम इसके लिए प्रतिबद्ध हैं कि राज्य के किसी भी बेटे को बंदूक नहीं उठानी पड़े। हमने बोड़ो समझौता किया है जिससे असम में शांति और विकास के एक नये युग का आरंभ हुआ है। अनेक माताओं के आंसू पोंछे गए, बहनों की पीड़ा को दूर करने के लिए प्रयास किये गए।
मैं असम की सभी माताओं और बहनों को विश्वास दिलाता हूं कि आपके बेटे के सपने को पूरे करने के लिए हम लगे रहेंगे। आपके बच्चों को बंदूक न उठानी पड़े, उन्हें जंगलों में जिंदगी गुजारने को मजबूर न होना पड़े और उन्हें किसी की गोली का शिकार न होना पड़े, इसके लिए एनडीए सरकार प्रतिबद्ध है। मोदी ने कहा कि एनडीए की डबल इंजन सरकार ने पिछले पांच सालों में असम को लोगों को दुगना लाभ दिया है। पहली बार देश में 100 से ज्यादा ऐसे जिलों पर नई ताकत से काम हो रहा है जो विकास की दौड़ में पीछे रह गए थे। ये जिले अब विकास के लिए आकांक्षी जिले हैं। बक्सा और बारपेटा सहित असम के सात जिले भी इसमें शामिल हैं। इसमें भी अधिकतर लोअर असम में हैं। असम के चाय बागानों में काम करने वाले बंधुओं को भी कांग्रेस ने लंबे समय तक मुसीबत में, अभाव में रखा था। चाय बागान में काम करने वाले लोगों के लिए सबसे ज्यादा काम एनडीए सरकार ने ही किया है। प्रधानमंत्री ने असम की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि महाजोत के महाझूठ को आपको सिरे से नकारते चलना है। जिस तरह पहले दो चरणों में आपने भारतीय जनता पार्टी की, एनडीए की ज्यादा से ज्यादा सीटों पर विजय सुनिश्चित की है, वैसे ही आपको तीसरे चरण में भी मतदान करना है। विपक्ष पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि मैंने सुना है, कल कुछ लोगों ने एक घोषणा कर दी है जिसमें उन्होंने मान लिया है कि वो चुनाव हार चुके हैं। अगली सरकार कैसी बनेगी, सरकार के लोगों ने क्या पहना होगा, वो कैसे दिखते होंगे, इसका उन्होंने वर्णन किया है। असम की संस्कृति का इससे बड़ा अपमान कुछ और हो नहीं सकता। अभी से पांच साल के बाद असम पर कब्जा करने के सपने चौंकाने की बात है। मोदी ने कहा कि पहली बार वोट डालने जा रहे युवा साथियों से मेरा विशेष आग्रह है कि देश की आजादी के 75वें वर्ष का पर्व मनाते हुए आप जो वोट डालेंगे, वो इस बात को भी तय करेगा कि जब हम आजादी के 100 वर्ष मना रहे होंगे तब असम कितना आगे होगा। भाजपा के संकल्प पत्र में इसके लिए स्पष्ट रोडमैप है।
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