अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार ने राज्य के सरकारी अस्पतालों में 10 आईएएस अधिकारियों को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। साथ ही, 15 दानिक्स अधिकारियों को निजी अस्पतालों में नोडल अधिकारी बनाया है। इसके अतिरिक्त वर्तमान में 24 दानिक्स प्रोवेशनर्स अधिकारी और हैं, जो स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में वित्तीय प्रशिक्षण ले रहे हैं। आईएएस अधिकारी अपने नियमित कर्तव्यों के अलावा समग्र कोविड प्रबंधन का नेतृत्व और निगरानी करेंगे। इस कार्य में प्रशिक्षण ले रहे दानिक्स अधिकारियों द्वारा तत्काल प्रभाव से उनकी मदद की जाएगी।
नोडल अधिकारी के रूप में नामित आईएएस अधिकारी उन्हें सौंपे गए कोविड-19 अस्पतालों के सभी प्रबंधन की निगरानी और सामान्य देखरेख का कार्य करेंगे। साथ ही, अस्पतालों के कामकाज पर दिशा निर्देशों और नियंत्रण पर बारीकी से नजर रखेंगे। इसके अतिरिक्त, संबंधित अस्पतालों के चिकित्सा अधीक्षक और निदेशक तैनात नोडल अधिकारियों से कोविड प्रबंधन से संबंधित सभी निर्णयों की सहमति लेंगे। नोडल अधिकारियों को अस्पताल संचालन के साथ उनकी सहायता के लिए मूल कार्यालय से अपने कर्मचारियों का उपयोग करने के भी निर्देश दिए गए हैं। निजी अस्पतालों में नोडल अधिकारी के रूप में तैनात दानिक्स अधिकारी अस्पतालों के प्रबंधन को संभालेंगे और यह निगरानी करेंगे कि सरकारी दिशा निर्देशों और आदेशों का शत प्रतिशत पालन किया जा रहा है या नहीं किया जा रहा है। इसके अलावा, नोडल अधिकारियों द्वारा टेलीफोन हेल्पलाइन नंबरों के माध्यम से संचालित शिकायत निवारण प्रणालियों की देखरेख और जांच निजी और सरकारी दोनों अस्पतालों में की जाएगी। कल हुई समीक्षा बैठक में सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अस्पतालों में एक से अधिक सहायता नंबर होने चाहिए और हर हेल्पलाइन नंबर पर नोडल कर्मचारियों की नियुक्ति की जानी चाहिए। कोई जरूरी कॉल छूट न पाए और हमेशा हेल्पलाइन नंबर चालू रहना चाहिए। संबंधित अस्पताल के कर्मचारियों को यह भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि तैनात सभी नोडल अधिकारियों का संपर्क संबंधी जानकारी अस्पताल में सही स्थान पर प्रदर्शित किया जाना चाहिए।
समीक्षा बैठक के दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने यह भी कहा था कि हमारी स्वास्थ्य टीमें होम आइसोलेशन में इलाज करा रहे प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचे और उन्हें ऑक्सीमीटर प्रदान करे। लोगों को होम आइसोलेशन के दौरान सभी प्रकार की सहायता प्राप्त होनी चाहिए। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के साथ राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल और जीटीबी अस्पताल का दौरा कर अस्पतालों की स्थिति की समीक्षा की थी। सिसोदिया ने ट्विट किया कि राजीव गांधी अस्पताल में मरीजों को भर्ती लेने की प्रणाली का निरीक्षण किया। हमारी सरकार सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने के लिए दृढ़संकल्प है। इसके अलावा, राजेंद्र नगर निर्वाचन क्षेत्र के विधायक और दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने एलएनजेपी अस्पताल का दौरा कर ट्राइएज और कैजुएल्टी एरिया का निरीक्षण किया।
*सरकारी अस्पतालों में आईएएस अधिकारियों का विवरण इस प्रकार है-*
1) अरवा गोपी कृष्णा- लोक नायक अस्पताल
2) विक्रम मलिक- जीटीबी अस्पताल और आरजीएसएसएच
3) डॉ. सोनल स्वरूप- डीडीयू अस्पताल
4) सतेंद्र दुरसावत- एसआरएचसी अस्पताल
5) अवनीश कुमार- डीसीबी अस्पताल
6) हिमांशु गुप्ता- अंबेडकर नगर अस्पताल
7) आर. मेनका- संजय गांधी अस्पताल
8) रमेश वर्मा- बुरारी अस्पताल
9) राहुल सिंह- डॉ. बीएसए अस्पताल
10) भूपेश चैधरी- आचार्य भिक्षु अस्पताल