अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: बाराखंबा थाना पुलिस ने आज ऑक्सीजन सिलेंडर सप्लाई करने के बहाने लोगों से लाखों रूपए की ठगने वाला एक ठग को गिरफ्तार किया हैं। पुलिस की माने तो फर्जी मोबाइल नंबरों से जैन ऑक्सीजन एजेंसी, फरीदाबाद हरियाणा के नाम से विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर विज्ञापन निकालते थे। इस आरोपित के खिलाफ बाराखंबा थाने में कानून के विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
पुलिस के मुताबिक पुलिस थाना बाराखंभा रोड/नई दिल्ली जिले की एक टीम ने एक ठगी का शिकार हुए, जिसने ऑक्सीजन सिलेंडर सप्लाई करने के बहाने लोगों को ठगा है।वह केनरा बैंक के एक बैंक खाते में ट्रांसफर के जरिए एडवांस पैसा हासिल करता था।पैसे मिलने के बाद उसने न तो ऑक्सीजन सिलेंडर सप्लाई किया और न ही पैसे लौटाए।शिकायतकर्ता आयशा फलक निवासी एनडीएमसी फ्लैट्स अतुल ग्रोव रोड ने व्हाट्सएप ग्रुप पर एक विज्ञापन देखा था कि ऑक्सीजन.जैन ऑक्सीजन एजेंसी फरीदाबाद से @25000 प्रति सिलेंडर के हिसाब से सिलेंडर उपलब्ध हैं।उसे अपने ज्ञात व्यक्ति के लिए एक ऑक्सीजन सिलेंडर की जरूरत थी । इसलिए उसने विज्ञापन में बताए गए नंबर- 7873962153 पर फोन किया और 10 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए । केनरा बैंक के खाता नंबर 2154101056140 में अग्रिम के रूप में 5000 रुपये। उसे न तो ऑक्सीजन सिलेंडर मिला और न ही उसके पैसे लौटाए गए।इसलिए पीएस बाराखंभा रोड, भारतीय दंड सहिंता की धारा 420 आईपीसी में एईएएम एंड ऑपरेशन: मामला दर्ज होने के बाद जांच शुरू की गई और पुलिस अधिकारियों की एक टीम में एसआई मुनीष, एचसी शोभा राम और सीटी शामिल थे। लखन का गठन एसएचओ प्रवीण कुमार, एसएचओ/पीएस बीके सिंह के नेतृत्व में किया गया था। राजेन्द्र दुबे, एसीपी/बीके सिंह की सड़क और पर्यवेक्षण आरोपी का पता लगाने के लिए सड़क, टीम ने अलग-अलग एंगल से केस पर काम शुरू किया। एफआईआर नंबर- 77/2021, दिनांक 03 मई 2021 के तहत मामला दर्ज किया गया था। बैंक की टेक्निकल सर्विलांस, बैंक स्टेटमेंट और केवाईसी डिटेल्स हासिल की गई तो पता चला कि आरोपित लोगों ने बालासोर, ओरिसा के एक संजीत कुमार जेना की फर्जी आईडी पर सिम हासिल की है।इलेक्ट्रॉनिक आंकड़ों के विश्लेषण से पता चला कि एक पवन कथित घटना से पहले कथित साधन का इस्तेमाल कर रहा था । इलेक्ट्रॉनिक आंकड़ों की गहन जांच और विश्लेषण के बाद टीम ने भरतपुर, राजस्थान और जिला के कई हिस्सों पर छापा मारा ।एक आरोपित पवन कुमार निवासी भरतपुर, राजस्थान, उम्र 24 वर्ष पर शून्य करने में कामयाब रहे । आरोपित पवन कुमार कथित राशि प्राप्त करने का कोई संतोषजनक औचित्य नहीं बता सका और उसे 07 मई-2021 को भरतपुर राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया गया।आगे की पूछताछ पर आरोपित पवन ने खुलासा किया कि वह पास के गांव के ही रहने वाले अपने साथी सलमान की मदद से इस तरह की ठगी को अंजाम देता था। सलमान फर्जी एफडी खरीदकर बैंक खाते खुलवाते थे और फर्जी विज्ञापनों पर सिम हासिल करते थे।
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